Mata Ahilyabai सशक्तिकरण महासम्मेलन में पीएम मोदी का दमदार भाषण: नारी शक्ति, राष्ट्र सुरक्षा और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की चर्चा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में देवी अहिल्याबाई सशक्तिकरण महासम्मेलन में भाग लिया। यह आयोजन अहिल्याबाई होल्कर की जयंती के अवसर पर संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने न केवल कई नई योजनाओं की शुरुआत की बल्कि देश की नारी शक्ति, संस्कृति और सुरक्षा पर एक प्रेरणादायक भाषण भी दिया।
अहिल्याबाई होल्कर की विरासत को किया नमन

अपने भाषण की शुरुआत में प्रधानमंत्री मोदी ने देवी अहिल्याबाई होल्कर को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनका जीवन प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने कहा, “अहिल्याबाई होल्कर ने यह सिद्ध कर दिया कि यदि इच्छा शक्ति हो तो किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है। उन्होंने प्रभु सेवा और जनसेवा को कभी अलग नहीं माना।” पीएम ने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि अहिल्याबाई ने काशी विश्वनाथ मंदिर जैसे कई धार्मिक स्थलों का पुनर्निर्माण कर भारतीय संस्कृति की रक्षा की।
महिलाओं के अधिकारों की अग्रदूत थीं अहिल्याबाई
पीएम मोदी ने बताया कि देवी अहिल्याबाई उस कालखंड में भी महिलाओं के अधिकारों के लिए काम करती थीं जब यह कल्पना से भी परे था। उन्होंने कहा, “उनकी सोच इतनी आधुनिक थी कि वे महिलाओं को संपत्ति में अधिकार और विधवा पुनर्विवाह जैसे विषयों पर समर्थन देती थीं। आज हमारी सरकार उन्हीं आदर्शों पर काम कर रही है।”
‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ पर डाला प्रकाश
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ का भी ज़िक्र किया, जिसके तहत संसद में महिलाओं को आरक्षण सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने कहा कि “हमारी सरकार की हर बड़ी योजना के केंद्र में माताएं, बहनें और बेटियां हैं। मुद्रा योजना हो या जनधन योजना, अधिकतर लाभार्थी महिलाएं हैं।”
ऑपरेशन सिंदूर: भारत की सैन्य शक्ति का उदाहरण
पीएम मोदी ने हाल ही में हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उल्लेख करते हुए कहा, “यह आतंकवादियों और उनके आकाओं के लिए काल बन गया है। भारतीय सेना ने पाकिस्तान के भीतर सैकड़ों किलोमीटर घुसकर आतंकियों के ठिकानों को ध्वस्त कर दिया है।” उन्होंने इसे नारी शक्ति और राष्ट्र शक्ति का प्रतीक बताया।
बीएसएफ की बेटियों की बहादुरी
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि इस ऑपरेशन में बीएसएफ की महिला जवानों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा, “जम्मू, पंजाब, राजस्थान और गुजरात की सीमाओं पर हमारी बेटियों ने दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब दिया है। इन बेटियों ने कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से लेकर दुश्मनों के ठिकानों को नष्ट करने तक अद्वितीय शौर्य दिखाया।”
एनडीए से पहली महिला बैच और नौसेना में बेटियों की तैनाती
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब भारत की बेटियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने बताया, “एनडीए से पहली महिला कैडेट्स बैच पासआउट हो चुका है और अब सेना, नौसेना और वायुसेना में महिलाएं अग्रिम मोर्चे पर हैं।” उन्होंने दो महिला नौसेनिकों का उदाहरण देते हुए बताया कि वे हवा से चलने वाली नाव से करीब 250 दिन तक समंदर में रहीं और धरती का चक्कर लगाया।
बेटियों की शक्ति पर सरकार का भरोसा
पीएम मोदी ने स्पष्ट रूप से कहा कि अब भारत का हर नागरिक कह रहा है कि यदि दुश्मन गोली चलाएंगे तो जवाब गोले से मिलेगा। उन्होंने इसे बदलते भारत का संकेत बताया और कहा कि आज दुनिया भारत की बेटियों के शौर्य को देख रही है।
नारी सशक्तिकरण ही है भारत का भविष्य
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण के अंत में इस बात को दोहराया कि भारत का भविष्य तभी सुरक्षित और समृद्ध होगा जब माताओं, बहनों और बेटियों को सशक्त किया जाएगा। उन्होंने कहा, “नारी शक्ति ही राष्ट्र शक्ति है। देवी अहिल्याबाई ने जिस सोच और मूल्यों को जिया, आज की भारत सरकार भी उन्हीं रास्तों पर चल रही है।”
पीएम मोदी पहुंचे भोपाल, देवी अहिल्याबाई सशक्तिकरण महासम्मेलन में हुए शामिल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल पहुंचे, जहां उन्होंने देवी अहिल्याबाई सशक्तिकरण महासम्मेलन में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने मां अहिल्याबाई होल्कर की जयंती के अवसर पर देश की मातृशक्ति को समर्पित कई योजनाओं की शुरुआत की। इस भव्य आयोजन का आयोजन मध्य प्रदेश सरकार के संस्कृति विभाग ने किया था।
देवी अहिल्याबाई को बताया भारत की सांस्कृतिक विरासत की रक्षक

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि देवी अहिल्याबाई का नाम आते ही मन में श्रद्धा और आदर का भाव उत्पन्न होता है। उन्होंने कहा, “अहिल्याबाई प्रतीक हैं कि जब इच्छा शक्ति और दृढ़ संकल्प हो, तो कोई भी चुनौती असंभव नहीं होती। गुलामी के दौर में उन्होंने जो काम किए, वे आज भी प्रेरणा का स्रोत हैं।”
प्रधानमंत्री ने बताया कि देवी अहिल्याबाई ने प्रभु सेवा और जनसेवा को एक-दूसरे से अलग नहीं माना। वह जहां भी जाती थीं, अपने साथ शिवलिंग रखती थीं। उन्होंने काशी विश्वनाथ जैसे मंदिरों का पुनर्निर्माण कर भारत की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने का कार्य किया।
काशी से जोड़ते हुए भावुक हुए पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें गर्व है कि वह उस काशी के प्रतिनिधि हैं जहां देवी अहिल्याबाई ने कई ऐतिहासिक निर्माण कार्य किए। उन्होंने कहा, “आज जब लोग काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने जाते हैं, तो वहां देवी अहिल्याबाई की मूर्ति भी देखते हैं। वह नारी शक्ति की प्रतीक थीं और उन्होंने नारी सम्मान के लिए जो पहल की, वह आज भी प्रासंगिक है।”
नारी सशक्तिकरण पर दिया जोर
पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि देवी अहिल्याबाई की सोच बहुत आगे की थी। उन्होंने महिलाओं के संपत्ति पर अधिकार की बात की थी और विधवाओं के पुनर्विवाह का समर्थन किया था, जो उस काल में साहसिक विचार था। प्रधानमंत्री ने कहा, “आज हम उन्हीं मूल्यों पर चलते हुए महिलाओं के लिए योजनाएं बना रहे हैं।”
उन्होंने बताया कि जब देश में उनकी सरकार बनी, तब 30 करोड़ से ज्यादा महिलाओं के पास बैंक खाता नहीं था। जनधन योजना के माध्यम से इन महिलाओं को वित्तीय प्रणाली से जोड़ा गया। आज मुद्रा योजना की 75% लाभार्थी महिलाएं हैं।
ऑपरेशन सिंदूर को बताया नारी शक्ति का प्रतीक
प्रधानमंत्री मोदी ने हाल में सफल हुए ऑपरेशन सिंदूर का ज़िक्र करते हुए इसे नारी शक्ति का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, “हमारी बीएसएफ की बहादुर बेटियों ने सीमाओं पर आतंकवादियों को करारा जवाब दिया है। जम्मू से गुजरात तक बेटियों ने ऑपरेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।”
उन्होंने आगे कहा कि भारत की बेटियां अब केवल सीमाओं की रक्षा नहीं कर रहीं, बल्कि आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में अग्रिम मोर्चे पर तैनात हैं। एनडीए से महिला कैडेट्स का पहला बैच पासआउट हो गया है और फाइटर जेट से लेकर आईएनएस विक्रांत तक बेटियां देश की सेवा में जुटी हैं।
सिंदूर को बताया भारत की संस्कृति और शक्ति का प्रतीक
पीएम मोदी ने अपने भाषण में सिंदूर का ज़िक्र करते हुए कहा कि यह सिर्फ परंपरा नहीं, बल्कि नारी शक्ति और भारतीय संस्कृति का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “पहाड़गाम में आतंकियों ने जिस तरह से हमला किया, वह सिर्फ लोगों पर नहीं बल्कि हमारी संस्कृति पर भी हमला था। लेकिन ऑपरेशन सिंदूर ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भारत अब जवाब देना जानता है।”
उन्होंने कहा, “अगर दुश्मन गोली चलाएगा, तो भारत गोले से जवाब देगा। आतंकवादियों और उनके समर्थकों को अब इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।”
बेटियों के शौर्य का दुनिया भर में हो रहा सम्मान
प्रधानमंत्री मोदी ने गर्व से बताया कि अब भारत की बेटियां नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी बहादुरी दिखा रही हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना की दो महिला अधिकारियों ने बिना मोटर के नाव से 250 दिन की समुद्री यात्रा पूरी की है, जो भारतीय नारी की शक्ति और साहस का अद्भुत उदाहरण है।
महिला आरक्षण बिल को बताया ऐतिहासिक उपलब्धि
भाषण के अंत में पीएम मोदी ने महिला आरक्षण बिल को लेकर कहा कि यह एक ऐतिहासिक निर्णय है। उन्होंने कहा, “भाजपा सरकार माताओं और बहनों को हर स्तर पर सशक्त करने के लिए काम कर रही है। ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ हमारे इस प्रयास का प्रमाण है।”
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