प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह में आतंकवाद के खिलाफ बर्दाश्त न करने की कसम खाई। उन्होंने देशवासियों से मौजूदा चुनौतियों का सामना करने के लिए अपनी एकता को मजबूत करने की अपील की। मोदी ने कहा कि आतंकवादियों के ‘आकाओं’ को अब यह समझ आ गया है कि भारत को नुकसान पहुंचाने से कोई फायदा नहीं होगा, क्योंकि भारत उन्हें कभी नहीं छोड़ेगा।
पूर्वोत्तर में शांति के लिए किए गए प्रयास
प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्वोत्तर क्षेत्र में मौजूद चुनौतियों के संदर्भ में भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि सरकार ने ‘बातचीत, विश्वास और विकास’ के माध्यम से अलगाववाद का प्रभावी ढंग से सामना किया है। उन्होंने बोडो और ब्रू-रियांग समझौतों की प्रशंसा की, जो शांति और स्थिरता स्थापित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसके अलावा, त्रिपुरा के नेशनल लिबरेशन फ्रंट के साथ समझौता भी लंबे समय से चली आ रही अशांति को हल करने में सहायक साबित हुआ है।
#WATCH | On 'Rashtriya Ekta Diwas', Prime Minister Narendra Modi says "Today the situation is such that even talking about Unity has been made a crime. There was a time when we used to sing songs of unity with great pride in school, college, at home and outside…If someone sings… pic.twitter.com/nRCWNEcSFC
— ANI (@ANI) October 31, 2024
जम्मू-कश्मीर के लोगों की मजबूत इरादे
जम्मू-कश्मीर के संदर्भ में बात करते हुए मोदी ने कहा कि वहां के लोगों ने अलगाववाद और आतंकवाद के पुराने एजेंडे को नकार दिया है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के लोगों को सलाम करते हुए कहा कि उन्होंने भारत के संविधान और लोकतंत्र को विजयी बनाया है। पिछले 70 वर्षों में उन्होंने अपने वोट के माध्यम से दुष्प्रचार को समाप्त कर दिया है।
सीमा विवाद का समाधान, एकता की नई मिसाल
#WATCH | On 'Rashtriya Ekta Diwas', Prime Minister Narendra Modi says "With the growing strength of India, with the growing sense of unity in India, there are some forces, some distorted thoughts, some distorted mentality, some forces that are very troubled. Such people inside… pic.twitter.com/DpTclyfVw2
— ANI (@ANI) October 31, 2024
प्रधानमंत्री मोदी ने असम और मेघालय के बीच सीमा विवाद के सफल समाधान का भी उल्लेख किया। उन्होंने इसे राष्ट्रीय एकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। मोदी ने कहा कि जब 21वीं सदी का इतिहास लिखा जाएगा, तो इसमें एक अध्याय होगा कि भारत ने नक्सलवाद की बीमारी को कैसे जड़ से उखाड़ फेंका।
भारत की प्रगति पर गर्व
अपने संबोधन में, पीएम मोदी ने भारत की वर्तमान प्रगति को दृष्टि, दिशा और दृढ़ संकल्प वाला बताया। उन्होंने कहा कि आज भारत एक सशक्त और समावेशी देश है, जो विकास के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने वैश्विक उथल-पुथल के बीच भारत के तेज और ‘असामान्य’ विकास पर भी जोर दिया। मोदी ने कहा कि जब दुनिया संकटों का सामना कर रही है, तो लोग तेजी से भारत की ओर देख रहे हैं, और यह एक नया इतिहास बनने का संकेत है