PM Modi घाना के लिए रवाना हुए अफ्रीकी धरती से चीन की चाल करेंगे नाकाम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घाना की ऐतिहासिक यात्रा पर रवाना हो गए हैं। यह दौरा न केवल भारत-अफ्रीका संबंधों को मजबूत करने की दिशा में अहम माना जा रहा है, बल्कि चीन के अफ्रीकी देशों में बढ़ते दखल को चुनौती देने के रणनीतिक नजरिए से भी महत्वपूर्ण है। पीएम मोदी की इस यात्रा के दौरान द्विपक्षीय समझौते, व्यापारिक सहयोग और रक्षा साझेदारी जैसे मुद्दों पर खास फोकस रहेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पांच देशों की यात्रा की शुरुआत घाना से हो रही है. तीन दशकों में यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली आधिकारिक यात्रा है. पीएम मोदी घाना की संसद को संबोधित करेंगे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को पांच देशों की यात्रा पर रवाना हो गए, जिसकी शुरुआत अफ्रीकी देश घाना से हो रही है. यह यात्रा ऐतिहासिक इसलिए भी मानी जा रही है क्योंकि तीन दशकों में यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की घाना की पहली आधिकारिक यात्रा है. अफ्रीकी देशों में चीन लगातार ही अपने कर्ज का जाल बिछा रहा है. ऐसे में पीएम मोदी की इस यात्रा को वहां बड़े उम्मीद से देखा जा रहा है. पीएम मोदी के इस दौरे को लेकर न सिर्फ भारत, बल्कि घाना में रह रहे भारतीय मूल के नागरिकों में भी भारी उत्साह देखा जा रहा है.

घाना में भारत के उच्चायुक्त मनीष गुप्ता ने इस यात्रा को ‘ऐतिहासिक क्षण’ करार देते हुए कहा
कि पीएम मोदी का दौरा भारत-घाना संबंधों में एक नए युग की शुरुआत करेगा. पीएम मोदी वहां घाना की संसद को संबोधित करेंगे, जो कि किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला संबोधन होगा. इस दौरान वे घाना के राष्ट्रपति जॉन महामा के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे, जिसमें ऊर्जा, रक्षा, व्यापार, स्वास्थ्य और विकास के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर ज़ोर दिया जाएगा.
भारत-घाना संबंधों की नई दिशा

भारत और घाना के बीच ऐतिहासिक रूप से मजबूत संबंध रहे हैं. उच्चायुक्त मनीष गुप्ता ने बताया कि भारत ने घाना में करीब दो अरब डॉलर के निजी निवेश किए हैं, जबकि एक अरब डॉलर की परियोजनाएं भारत सरकार की अनुदान योजनाओं और कंसेशनल क्रेडिट लाइनों के माध्यम से आई हैं.
उन्होंने बताया कि घाना की राजधानी अक्रा स्थित जुबिली हाउस, जो राष्ट्रपति भवन है, भारत की साझेदारी से ही बना है, यह सहयोग दोनों देशों के गहरे संबंधों का जीता-जागता उदाहरण है.
सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व
अपने दौरे के दौरान पीएम मोदी घाना के पहले राष्ट्रपति डॉ. क्वामे नक्रूमा को श्रद्धांजलि देने के लिए क्वामे नक्रूमा मेमोरियल पार्क भी जाएंगे. यह वही स्थल है जहां से घाना की आजादी की घोषणा हुई थी और जहां डॉ. नक्रूमा की समाधि स्थित है.
प्रवासी भारतीयों में खुशी की लहर
घाना में बसे भारतीय मूल के लोग पीएम मोदी की यात्रा को लेकर बेहद उत्साहित हैं. राजेन्द्र मिश्रा पिछले 12 वर्षों से घाना में रह रहे हैं. उन्होंने समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा, ‘मोदी जी की विदेश नीति बहुत मजबूत है. हम आशा करते हैं कि भारत और घाना के बीच स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग और बढ़े.’
एक अन्य प्रवासी प्रियंशी ने कहा, ‘यह सिर्फ एक राजनयिक दौरा नहीं, बल्कि भारत और घाना की दोस्ती का प्रतीक है. मोदी जी हम सभी के लिए प्रेरणा हैं.’ वहीं, 11 साल से घाना में रह रहे आतिश का कहना था, ‘व्यापार बढ़ेगा, मेडिकल सेवाओं में सुधार होगा. मोदी जी का दौरा हमारे लिए गर्व की बात है.’
ब्रिक्स समिट की ओर अगला कदम
घाना की यात्रा के बाद पीएम मोदी अर्जेंटीना, ब्राज़ील, त्रिनिदाद और टोबैगो, तथा नामीबिया जाएंगे. 5 और 6 जुलाई को वे ब्राज़ील के रियो डी जेनेरियो में होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे.
इस बहुराष्ट्रीय दौरे से उम्मीद की जा रही है कि भारत न केवल अपनी वैश्विक उपस्थिति को और मज़बूत करेगा, बल्कि ग्लोबल साउथ के नेतृत्व में भी एक बड़ी भूमिका निभाएगा.