प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात के 115वें एपिसोड में देशवासियों के साथ संवाद करते हुए कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपने विचार साझा किए। इस एपिसोड में पीएम मोदी ने युवाओं को विशेष रूप से संबोधित करते हुए डिजिटल अरेस्ट, आत्मनिर्भर भारत और वोकल फॉर लोकल जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर जोर दिया। उन्होंने देशवासियों से आह्वान किया कि वे आत्मनिर्भरता को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं और त्योहारी सीजन में लोकल उत्पादों को प्राथमिकता दें। पीएम ने कहा कि अब आत्मनिर्भर भारत एक सरकारी अभियान मात्र नहीं है, बल्कि यह हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है।
डिजिटल अरेस्ट से सतर्क रहें
पीएम मोदी ने युवाओं को डिजिटल अरेस्ट के खतरे के बारे में जागरूक किया और बताया कि किस तरह से साइबर अपराधी आपके निजी डेटा का दुरुपयोग कर सकते हैं। उन्होंने डिजिटल सुरक्षा के लिए एक सरल तीन-चरणीय दृष्टिकोण साझा किया: “रुका, सोचो और एक्शन लो।” इसके माध्यम से उन्होंने बताया कि किसी भी संदेहास्पद मैसेज या कॉल से पहले रुकना और विचार करना बहुत जरूरी है, ताकि आप साइबर फ्रॉड से बचे रहें। डिजिटल अरेस्ट पर चर्चा करते हुए पीएम ने लोगों से कहा कि सतर्क रहना ही डिजिटल सुरक्षा का पहला कदम है।
आत्मनिर्भर भारत और वोकल फॉर लोकल पर दिया जोर
त्योहारी मौसम की शुरुआत के साथ, पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर भारत की अपील को दोहराते हुए वोकल फॉर लोकल पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए इस समय का विशेष महत्व है, और त्योहारों पर जब हम लोकल उत्पादों को प्राथमिकता देंगे तो यह न केवल हमारी अर्थव्यवस्था को बल देगा, बल्कि स्थानीय व्यापारियों के जीवन में भी नई खुशियां लाएगा। उन्होंने सभी से अपील की कि वे सोशल मीडिया पर स्थानीय स्टार्टअप्स और इनोवेशंस की तस्वीरें साझा करें, जिससे देशभर में उन्हें पहचान और समर्थन मिल सके।
कश्मीर की कला और भारतीय संस्कृति की वैश्विक पहचान
प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर की फिरदोसा जी का उल्लेख किया, जिन्होंने अपनी सुलेख कला से कश्मीर को नई पहचान दिलाई है। इसके अलावा, पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़ के बुटलूराम माथरा जी की भी प्रशंसा की, जो आदिवासी संस्कृति को संजोने का काम कर रहे हैं। पीएम ने रूसी शहरों में भारतीय साहित्य के प्रभाव और कालिदास की ‘अभिज्ञान शाकुंतलम’ के नाट्य रूपांतरण का उल्लेख किया, जो भारतीय संस्कृति के प्रति दुनिया भर के लोगों के आकर्षण को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि भारतीय कला और साहित्य की इस वैश्विक पहचान पर सभी देशवासियों को गर्व होना चाहिए।
फिटनेस और रन फॉर यूनिटी का संदेश
पीएम मोदी ने देश में फिटनेस के प्रति बढ़ती जागरूकता को सराहा और कहा कि आज के समय में फिटनेस हर किसी के जीवन का अहम हिस्सा बन रहा है। उन्होंने सभी से 29 अक्टूबर को आयोजित होने वाले “रन फॉर यूनिटी” में भाग लेने की अपील की और इसे केवल फिटनेस का नहीं, बल्कि राष्ट्रीय एकता और सद्भाव का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि एकता के साथ फिटनेस का यह संदेश लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है।
अंत में त्योहारों की शुभकामनाएं
पीएम मोदी ने सभी से वोकल फॉर लोकल का मंत्र अपनाने और आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की अपील करते हुए आगामी त्योहारों की शुभकामनाएं दीं। उनका यह विशेष संदेश देशवासियों के लिए प्रेरणादायक रहा, जिसमें न केवल आत्मनिर्भरता का संदेश था बल्कि डिजिटल सुरक्षा और सांस्कृतिक जागरूकता का भी महत्व था।