बेंगलुरु के एमएसआर नगर में रहने वाले उर्मिला कुमारी और उनके पति सागर गुरुंग को उनकी बालकनी में गांजे का पौधा उगाने और उसे सोशल मीडिया पर शेयर करने के कारण गिरफ्तार कर लिया गया। उर्मिला कुमारी अक्सर सोशल मीडिया पर अपने बगीचे और पौधों के वीडियो साझा करती थीं। हाल ही में उन्होंने अपने घर की बालकनी में लगे 17 गमलों का एक वीडियो बनाया, जिसमें उन्होंने दो गमलों में गांजा उगाने की बात भी बताई थी। इस वीडियो ने लोगों का ध्यान खींचा और किसी ने पुलिस को इसकी जानकारी दे दी, जिससे दंपति को मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
पुलिस को कैसे मिली गांजे के पौधों की जानकारी?
जैसे ही पुलिस को इस बारे में पता चला, उन्होंने तुरंत कार्रवाई करते हुए उर्मिला और सागर के घर छापा मारा। हालांकि, पुलिस के वहां पहुंचने से पहले ही उर्मिला को इसकी जानकारी मिल गई थी और उन्होंने जल्दी-जल्दी गांजे के पौधों को उखाड़कर कूड़ेदान में फेंक दिया। जब पुलिस ने घर की तलाशी ली, तो उन्हें कुछ गांजे के पत्ते कूड़ेदान में पड़े हुए मिले। इस दौरान पूछताछ में दंपति ने गांजे के पौधों के बारे में जानकारी होने से इनकार किया, लेकिन पुलिस ने उनके फोन की जांच की, जिसमें पुष्टि हुई कि उन्होंने 18 अक्टूबर को उन पौधों की तस्वीरें और वीडियो पोस्ट किए थे।
गिरफ्तारी से बचने की कोशिशों के बावजूद पकड़े गए
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, गिरफ्तारी से बचने के लिए दंपति ने कई कोशिशें कीं, लेकिन पुलिस ने सबूतों के आधार पर उन्हें हिरासत में ले लिया। उर्मिला और सागर सिक्किम के रहने वाले हैं और बेंगलुरु में अपना फास्ट फूड जॉइंट चलाते हैं। पूछताछ में उन्होंने जल्दी पैसे कमाने के लिए गांजा उगाने की बात मानी। पुलिस ने दंपति के मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं और अब इस बात की जांच कर रही है कि क्या वे गांजे की तस्करी में भी शामिल हैं या नहीं।
54 ग्राम गांजा बरामद, आगे की कार्रवाई जारी
पुलिस ने उनके घर से 54 ग्राम गांजा बरामद किया है। दंपति को हिरासत में लेने के बाद जमानत पर रिहा कर दिया गया है, लेकिन उनके खिलाफ Narcotic Drugs and Psychotropic Substances (NDPS) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि उन्होंने गांजे के बीज कैसे प्राप्त किए और क्या उनका कोई और भी संबंध है जो तस्करी से जुड़ा हो सकता है। इस मामले में सभी तथ्यों की जांच की जा रही है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।