मुंबई में चर्चित बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के मुख्य आरोपी शूटर शिवकुमार को यूपी एसटीएफ और मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम ने बहराइच से गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के अनुसार, शिवकुमार नेपाल भागने की फिराक में था लेकिन पुलिस ने बहराइच बॉर्डर पर ही उसे धर दबोचा। पुलिस ने बताया कि वह नेपाल बॉर्डर पर पहुंचने की कोशिश में था लेकिन उसकी योजना को विफल कर दिया गया।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े होने का कबूलनामा
शिवकुमार ने पुलिस की पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उसने बताया कि वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा हुआ है और इस हत्याकांड को अंजाम देने का निर्देश उसे विदेश में बैठे अनमोल बिश्नोई ने दिया था। न्यूज18 इंडिया ने इस घटना के तुरंत बाद यह दावा किया था कि हत्या के पीछे लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ है, जिसे शिवकुमार ने पूछताछ के दौरान पुष्टि की।
भागने में मदद करने वालों की भी हुई गिरफ्तारी
शिवकुमार को नेपाल भागने में मदद करने के आरोप में पुलिस ने अनुराग कश्यप, ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी, आकाश श्रीवास्तव, और अखिलेंद्र प्रताप सिंह को भी गिरफ्तार किया है। ये सभी आरोपी एक ही गांव गंडारा के निवासी हैं और शिवकुमार के दोस्त हैं। पुलिस के मुताबिक, इन सभी ने शिवकुमार को शरण दी और उसे नेपाल भागने में सहयोग करने का प्रयास किया।
बाबा सिद्दीकी की हत्या में किसका क्या था रोल?
शिवकुमार ने बताया कि अनमोल बिश्नोई से उसकी बातचीत शुभम लोनकर के माध्यम से हुई थी। महाराष्ट्र के शुभम सोनकर और जालंधर के मोहम्मद यासीन अख्तर ने भी हत्या के लिए शिवकुमार और उसके साथियों को जानकारी और सुविधाएं उपलब्ध कराई थीं। बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद शिवकुमार फरार हो गया था, जबकि उसके साथी धर्मराज और शूटर गुरमेल सिंह को तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया था।
बाबा सिद्दीकी की लोकेशन देने वालों का पर्दाफाश
शिवकुमार के साथी धर्मराज और गुरमेल सिंह ने भी पूछताछ के दौरान बताया कि इस हत्या में लॉरेंस बिश्नोई के आदेश का पालन किया गया था। वहीं, शुभम सोनकर और मोहम्मद यासीन अख्तर ने उन्हें बाबा सिद्दीकी की लोकेशन और अन्य लॉजिस्टिक सपोर्ट उपलब्ध कराया था, जिससे हत्या को अंजाम दिया जा सका।