नई दिल्ली: पिछले सप्ताह चार उड़ानों को धमकाने के आरोप में मुंबई पुलिस ने छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव से 17 साल के एक लड़के को हिरासत में लिया था। अब, दिल्ली पुलिस ने भी एक 25 साल के बेरोजगार व्यक्ति को बम की झूठी धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पिछले हफ्ते एयरलाइनों को इस तरह की धमकियां मिलने के बाद यह दूसरी गिरफ्तारी है।
आरोपी की अटेंशन पाने की कोशिश
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि आरोपी ने टेलीविजन पर इसी तरह की कॉल की रिपोर्ट देखने के बाद लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए धमकियां देने का फैसला किया। उन्होंने बताया कि गत 14 अक्टूबर से अब तक 275 से ज्यादा उड़ानों में बम की झूठी धमकियां मिली हैं। इस संबंध में मुंबई पुलिस ने भी एक 17 साल के लड़के को हिरासत में लिया था।
सोशल मीडिया के जरिए मिली धमकी
दिल्ली पुलिस ने शनिवार को बताया कि राजधानी के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शुक्रवार की रात से शनिवार की सुबह के बीच एक सोशल मीडिया अकाउंट से दो धमकी भरे संदेश मिले। जांच में पता चला कि यह अकाउंट पश्चिमी दिल्ली के उत्तम नगर इलाके के राजापुरी के शुभम उपाध्याय का है। शुभम को गिरफ्तार कर लिया गया, और उससे पूछताछ करने पर उसने स्वीकार किया कि उसने टीवी पर इसी तरह की कॉल की खबरें देखकर ध्यान आकर्षित करने के लिए धमकी दी थी। अधिकारियों ने बताया कि शुभम उपाध्याय बेरोजगार है और उसने 12वीं तक पढ़ाई की है।
आईटी मंत्रालय की चेतावनी
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को सलाह दी कि एयरलाइनों को जारी की गई फर्जी बम धमकियां सार्वजनिक व्यवस्था के लिए खतरा हैं। मंत्रालय ने प्लेटफार्मों को जल्द से जल्द इस तरह की गलत सूचनाओं के प्रसार के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की है। चेतावनी में कहा गया है कि अगर प्लेटफार्म अपने उचित परिश्रम दायित्वों का पालन नहीं करते हैं, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
नागरिक उड्डयन मंत्री की प्रतिक्रिया
नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने शुक्रवार को कहा कि सरकार दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी और एयरलाइन यात्रियों तथा चालक दल की सुरक्षा उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, “हम हवाई यात्रा को बाधित करने वाली हाल की फर्जी बम धमकियों के मद्देनजर बहुत चिंतित हैं। मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है, और हम इन दुर्भावनापूर्ण कृत्यों के पीछे के लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”