कर्नाटक के कोडागु जिले में एक कॉफी बागान में 8 अक्टूबर को एक अधजला शव मिला, जिसने पुलिस को उलझन में डाल दिया। पुलिस ने कई हफ्तों की जांच के बाद शव की पहचान 54 वर्षीय व्यवसायी रमेश के रूप में की। मामला और गंभीर तब हुआ जब जांच में सामने आया कि रमेश की हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि उनकी पत्नी निहारिका ने ही अपने प्रेमी और एक साथी के साथ मिलकर की थी।
लाल मर्सिडीज ने दिलाए अहम सुराग
पुलिस ने मामले की तहकीकात के लिए इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इस दौरान एक लाल मर्सिडीज पर पुलिस की नजर पड़ी, जो रमेश के नाम पर रजिस्टर थी। गहराई से जांच करने पर पुलिस को पता चला कि निहारिका ने रमेश की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी, जो उसे और संदिग्ध बनाता गया।
निहारिका ने पूछताछ में किया जुर्म कबूल
निहारिका को हिरासत में लेने के बाद पुलिस ने उससे पूछताछ शुरू की। इस दौरान निहारिका ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि उसने अपने प्रेमी निखिल और साथी अंकुर के साथ मिलकर रमेश की हत्या की साजिश रची। निहारिका का बचपन मुश्किलों से भरा रहा था, और उसका जीवन आर्थिक संकटों से प्रभावित था।
8 करोड़ रुपये की मांग ने बिगाड़े रिश्ते
निहारिका ने अपने पति से 8 करोड़ रुपये की मांग की थी, जिसे रमेश ने ठुकरा दिया। इस इनकार ने निहारिका को और उकसा दिया। उसने अपने प्रेमी निखिल के साथ मिलकर रमेश को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। 1 अक्टूबर को रमेश का गला घोंटकर हत्या की गई और फिर 800 किलोमीटर दूर कोडागु में उसके शव को ठिकाने लगा दिया गया।
500 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज ने खोली सच्चाई
कोडागु पुलिस प्रमुख रामराजन ने बताया कि मामले में अपराध टीम ने क्षेत्र के लगभग 500 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। इसमें पाया गया कि एक संदिग्ध वाहन रात के वक्त इधर-उधर घूम रहा था, जिसका मालिक रमेश था। ये सुराग मामले की कड़ी जोड़ने में अहम साबित हुआ।
निहारिका और निखिल की गिरफ्तारी
जांच के आधार पर निहारिका और उसके प्रेमी निखिल को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों ने पुलिस के सामने अपने अपराध को कबूल कर लिया है। यह मामला पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण रहा, लेकिन मेहनत से यह मर्डर मिस्ट्री सुलझ गई।