Monday, July 7, 2025

मां लक्ष्मी के 8 स्वरूप: दीवाली पर करें पूजा, मिलेगा हर सुख

62 दृश्य
मां लक्ष्मी के इन 8 स्वरूप

दिवाली के दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा का विशेष महत्व है। यह पर्व न केवल आर्थिक समृद्धि का प्रतीक है, बल्कि आध्यात्मिक और सामाजिक खुशहाली का भी। मां लक्ष्मी का केवल एक स्वरूप नहीं, बल्कि कुल आठ स्वरूप हैं। ये स्वरूप भक्तों को विभिन्न प्रकार के फल प्रदान करते हैं। भक्त जब इन अलग-अलग स्वरूपों की पूजा करते हैं, तो मां अपने नाम और स्वरूप के अनुसार उन्हें विशेष आशीर्वाद देती हैं। अष्ट लक्ष्मी पूजा का आयोजन दिवाली पर किया जाता है, जिससे भक्तों को सुख, समृद्धि और सफलता का वरदान मिलता है। आइए जानते हैं अष्ट लक्ष्मी पूजा के विभिन्न लाभों के बारे में।

मां लक्ष्मी के स्वरूप

1. आदिलक्ष्मी

आदिलक्ष्मी को मूल लक्ष्मी और महालक्ष्मी के नाम से भी जाना जाता है। श्रीमद्भागवत पुराण के अनुसार, आदिलक्ष्मी ने सृष्टि की रचना की थी। ये स्वरूप न केवल जीवन की उत्पत्ति करता है, बल्कि भक्तों को मोह-माया से मुक्त होने का मार्ग भी दिखाता है। आदिलक्ष्मी की पूजा करने से भक्त मोक्ष प्राप्त कर सकते हैं और लोक-परलोक में सुख-संपदा का अनुभव कर सकते हैं। इसलिए, इस स्वरूप की आराधना करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

2. धन लक्ष्मी

धन लक्ष्मी देवी लक्ष्मी का दूसरा स्वरूप है। इस स्वरूप की पूजा करने से भक्तों के जीवन से हर प्रकार की आर्थिक परेशानियां दूर होती हैं। मान्यता है कि धन लक्ष्मी का एक हाथ धन से भरे कलश और दूसरे हाथ में कमल का फूल होता है। ये स्वरूप विशेष रूप से कर्ज से मुक्ति दिलाने में सहायक माना जाता है। पुराणों के अनुसार, मां लक्ष्मी ने भगवान विष्णु को कुबेर देव के कर्ज से मुक्त कराने के लिए इस स्वरूप को धारण किया था। इसलिए, आर्थिक समृद्धि की प्राप्ति के लिए धन लक्ष्मी की पूजा करना अति आवश्यक है।

3. धान्य लक्ष्मी

धान्य लक्ष्मी का अर्थ है अन्न संपदा, जिसे माता अन्नपूर्णा का स्वरूप भी माना जाता है। यह देवी हर घर में अन्न के रूप में विराजमान रहती हैं। जिन घरों में अन्न का सम्मान किया जाता है और अन्न की बर्बादी नहीं होती, धान्य लक्ष्मी उनसे प्रसन्न होती हैं। इस स्वरूप की पूजा करने से घर में अन्न की कोई कमी नहीं होती और जीवन में समृद्धि का अनुभव होता है। इसलिए, धान्य लक्ष्मी की आराधना करना भक्तों के लिए बहुत लाभकारी होता है।

4. गजलक्ष्मी

गजलक्ष्मी देवी लक्ष्मी का चौथा स्वरूप है। इस स्वरूप में मां गज यानी हाथी के उपर कमल पुष्प पर विराजमान हैं। गजलक्ष्मी को कृषि और उर्वरता की देवी के रूप में पूजा जाता है। मान्यता है कि इस स्वरूप की पूजा करने से व्यक्ति को संतान सुख की प्राप्ति होती है। इसके अलावा, इन्हें राजलक्ष्मी भी कहा जाता है, जो अपने भक्तों को राजकीय समृद्धि प्रदान करती हैं। इसलिए, गजलक्ष्मी की आराधना करने से भक्तों के जीवन में समृद्धि और खुशहाली आती है।

5. संतान लक्ष्मी

संतान लक्ष्मी का स्वरूप भक्तों की संतान के रूप में रक्षा करता है। इन्हें स्कंदमाता के रूप जैसा माना जाता है, जो अपने गोद में कुमार स्कंद को लेकर बैठी होती हैं। संतान लक्ष्मी की पूजा करने से परिवार में खुशहाली बनी रहती है और संतान के प्रति भक्तों की रक्षा होती है। माना जाता है कि इस स्वरूप की कृपा से संतानों की शिक्षा और स्वास्थ्य में भी सुधार होता है। इसलिए, संतान लक्ष्मी की आराधना परिवार में सुख-समृद्धि लाने के लिए महत्वपूर्ण है।

6. वीर लक्ष्मी

वीर लक्ष्मी भक्तों को वीरता, ओज और साहस प्रदान करती हैं। इस स्वरूप की आठ भुजाएं होती हैं, जिनमें देवी ने विभिन्न अस्त्र-शस्त्र धारण किए होते हैं। वीर लक्ष्मी की आराधना से भक्तों को युद्ध में विजय प्राप्त होती है और यह उन्हें अकाल मृत्यु से भी बचाती हैं। उनके आशीर्वाद से भक्तों का जीवन सुखद और समृद्ध होता है। इस प्रकार, वीर लक्ष्मी का स्वरूप साहस और शक्ति का प्रतीक है।

7. विजय लक्ष्मी

विजय लक्ष्मी को जय लक्ष्मी के नाम से भी जाना जाता है। मां के इस स्वरूप की पूजा करने से भक्तों को जीवन के हर क्षेत्र में सफलता और विजय प्राप्त होती है। विजय लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलने से भक्तों को यश, कीर्ति और सम्मान प्राप्त होता है। यह स्वरूप हर परेशानी में विजय दिलाता है और भक्तों को निडरता प्रदान करता है। इसलिए, विजय लक्ष्मी की आराधना करना भी महत्वपूर्ण है।

8. विद्या लक्ष्मी

विद्या लक्ष्मी का स्वरूप ज्ञान, कला और कौशल देने वाला है। यह स्वरूप विशेष रूप से शिक्षा के क्षेत्र में सफलता की प्राप्ति के लिए पूजा जाता है। विद्या लक्ष्मी की कृपा से भक्तों को अपनी विद्या और कला में निपुणता मिलती है, जिससे वे अपने जीवन में आगे बढ़ते हैं। इस प्रकार, विद्या लक्ष्मी की आराधना करना ज्ञान की प्राप्ति और सफलता के लिए अत्यंत लाभकारी होता है।

दिवाली पर अष्ट लक्ष्मी पूजा करने से भक्तों को सुख-समृद्धि और विभिन्न प्रकार के लाभ मिलते हैं। मां लक्ष्मी के इन आठ स्वरूपों की आराधना से जीवन में हर तरह की खुशी और सफलता की प्राप्ति होती है। इस दिवाली, मां लक्ष्मी के इन स्वरूपों की पूजा करें और अपने जीवन को खुशहाल बनाएं!

You may also like

Leave a Comment

© 2024 Bhartiya Tv. All Rights Reserved. 

Designed and Developed by BRANDBUDDY

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More

Adblock Detected

Please support us by disabling your AdBlocker extension from your browsers for our website.