Saunf Ka Pani Pine फायदेमंद या नुकसानदेह? इन 5 परिस्थितियों में बन सकता है सेहत का दुश्मन
New Delhi:
सौंफ का नाम सुनते ही एक मीठी खुशबू और ठंडक का एहसास मन में उतर आता है। चाहे वह खाने के बाद मुँह की ताजगी के लिए खाई जाए या गर्मी में ठंडक पाने के लिए पानी के रूप में पी जाए – सौंफ लंबे समय से आयुर्वेद और घरेलू नुस्खों का अहम हिस्सा रही है।
आजकल लोग सौंफ का पानी रोज़ाना पीने लगे हैं, खासकर वजन घटाने, डिटॉक्स और पाचन तंत्र को ठीक रखने के लिए। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर किसी के लिए सौंफ का पानी लाभकारी नहीं होता?
जी हां, सौंफ का पानी कुछ खास स्थितियों में फायदों से ज्यादा नुकसान कर सकता है। आइए जानते हैं उन पांच विशेष परिस्थितियों के बारे में जब सौंफ का पानी आपके लिए लाभ नहीं बल्कि खतरे की घंटी बन सकता है।

1. हार्मोनल समस्याओं वाले लोग सावधान!
अगर आपको थायरॉइड, PCOD या PCOS जैसी हार्मोन से जुड़ी समस्याएं हैं, तो सौंफ का पानी आपकी समस्या को और बढ़ा सकता है।
सौंफ में फाइटोएस्ट्रोजन (Phytoestrogen) नामक तत्व होता है, जो शरीर में महिला हार्मोन एस्ट्रोजन जैसा प्रभाव डालता है। इससे हार्मोनल बैलेंस बिगड़ सकता है और आपकी स्थिति खराब हो सकती है।
इसलिए यदि आप किसी भी प्रकार की हार्मोनल दिक्कत से जूझ रही हैं, तो डॉक्टर से परामर्श लिए बिना सौंफ का पानी न पिएं।
2. गर्भावस्था में बन सकता है खतरा
गर्भावस्था में खानपान का हर चुनाव बेहद सावधानी से करना चाहिए। सौंफ का पानी गर्भाशय (uterus) की मांसपेशियों पर प्रभाव डाल सकता है, जिससे प्रीमैच्योर डिलीवरी या मिसकैरेज का खतरा बढ़ जाता है।
हल्की मात्रा में सौंफ खाना सुरक्षित हो सकता है, लेकिन रोज़ाना इसका पानी पीना गर्भवती महिलाओं के लिए सावधानी और चिकित्सकीय सलाह की मांग करता है।
3. सौंफ से एलर्जी हो तो बना सकता है गंभीर समस्या
कुछ लोगों को सौंफ से एलर्जी होती है, जो स्किन रैश, खुजली, आंखों में पानी आना या यहां तक कि सांस लेने में तकलीफ जैसी प्रतिक्रिया दे सकती है।
अगर आपको पहले कभी भी सौंफ से एलर्जी हुई हो, तो इसका पानी पीने से बचें। यह एक एलर्जिक रिएक्शन को ट्रिगर कर सकता है, जो कई बार गंभीर रूप भी ले सकता है।

4. लो ब्लड प्रेशर वाले रहें सतर्क
सौंफ में भरपूर मात्रा में पोटैशियम होता है, जो ब्लड प्रेशर को कम करने में सहायक होता है।
इसका मतलब है कि यदि आपको हाई बीपी है तो यह आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। लेकिन अगर आपका ब्लड प्रेशर पहले से ही लो रहता है, तो सौंफ का पानी और भी BP कम कर सकता है, जिससे चक्कर, थकान, कमजोरी और बेहोशी जैसी स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं।
ऐसे में कम बीपी वाले लोगों को सौंफ का पानी पीने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए।
5. किडनी और लिवर के मरीज करें परहेज
सौंफ प्राकृतिक रूप से एक डिटॉक्स एजेंट है, लेकिन यदि आपकी किडनी या लिवर पहले से कमजोर हैं, तो यह पानी आपके अंगों पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है।
डिटॉक्स एजेंट के रूप में सौंफ शरीर से विषाक्त तत्वों को बाहर निकालती है, लेकिन कमजोर किडनी या लिवर इसे फिल्टर नहीं कर पाते। इससे उनकी कार्यक्षमता और बिगड़ सकती है।
क्या सौंफ का पानी सभी के लिए खराब है?
बिलकुल नहीं!
अगर आप एक स्वस्थ व्यक्ति हैं, जिन्हें उपरोक्त कोई भी समस्या नहीं है, तो सौंफ का पानी आपके लिए वरदान साबित हो सकता है।
इसका नियमित सेवन पाचन को बेहतर बनाता है, वज़न घटाने में मदद करता है, स्किन को निखारता है, शरीर को ठंडा रखता है और मेटाबॉलिज्म को तेज करता है।
सौंफ का पानी कैसे बनाएं? (Saunf Water Recipe)
सामग्री:
- सौंफ – 1 से 2 चम्मच
- पानी – 1 गिलास (250–300 ml)
- स्वाद के लिए – नींबू रस या शहद (वैकल्पिक)
तरीका 1 – रातभर भिगोकर पीना (Overnight Soaking Method)
- रात को सोने से पहले 1–2 चम्मच सौंफ को 1 गिलास पानी में डालकर ढक दें।
- सुबह इस पानी को छान लें।
- चाहें तो हल्का गुनगुना करके खाली पेट पी सकते हैं।

तरीका 2 – उबालकर पीना (Boiling Method)
- एक पैन में 1 गिलास पानी लें।
- उसमें 1 चम्मच सौंफ डालें।
- धीमी आंच पर 5–7 मिनट उबालें।
- जब पानी का रंग थोड़ा बदल जाए, तो गैस बंद कर दें।
- छानकर हल्का ठंडा करें और पी जाएं।
कुछ जरूरी सुझाव (Precaution Tips):
- पहली बार सौंफ का पानी पीने जा रहे हैं, तो कम मात्रा से शुरू करें।
- यदि शरीर में कोई असामान्य प्रतिक्रिया दिखे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- गर्भवती, स्तनपान कराने वाली महिलाएं, हार्मोनल समस्या या एलर्जी वाले लोग डॉक्टर से सलाह लेकर ही इसका सेवन करें।