Fadnavis का राहुल गांधी पर तीखा हमला: ‘जनता उन्हें नकारती है और वे जनादेश को नकारते हैं’

नई दिल्ली: महाराष्ट्र चुनावों में बीजेपी की जीत और कांग्रेस की हार के बाद अब राजनीतिक बयानबाजी अपने चरम पर पहुंच गई है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने हाल ही में चुनाव परिणामों पर सवाल उठाते हुए कहा था कि आखिरी घंटे में डाले गए 74 लाख वोट संदेहास्पद हैं और इससे ईवीएम की विश्वसनीयता पर भी प्रश्नचिह्न लग गया है। इन आरोपों पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने तीखा पलटवार करते हुए कहा कि “जनता उन्हें नकारती है और वे जनादेश को नकारते हैं।”
राहुल गांधी ने उठाए थे ईवीएम पर सवाल

640 × 480
राहुल गांधी ने दावा किया था कि मतदान के अंतिम घंटे में अचानक 74 लाख वोट दर्ज किए गए, जो बेहद असामान्य है। उन्होंने इसे “चुनावी धांधली” करार देते हुए चुनाव आयोग की प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए। उन्होंने यह भी कहा कि यह लोकतंत्र की आत्मा पर हमला है और मतगणना प्रक्रिया को दोबारा जांचा जाना चाहिए।
फडणवीस का जवाब: ‘हार बर्दाश्त नहीं कर पा रहे विपक्षी नेता’

फडणवीस ने इस बयान को नकारते हुए कहा कि “यह हार की खीझ है जिसे राहुल गांधी जनता के जनादेश के खिलाफ खड़े होकर जाहिर कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि विपक्ष की आदत बन चुकी है कि जब भी हार होती है तो वे चुनावी प्रक्रिया, ईवीएम और चुनाव आयोग को दोषी ठहराते हैं।
उन्होंने कहा,
“जनता ने जिन्हें नकारा है, वे जनता के फैसले को चुनौती दे रहे हैं, यह सीधे तौर पर लोकतंत्र का अपमान है।”
सुप्रीम कोर्ट ने भी किया आरोपों को खारिज
फडणवीस ने याद दिलाया कि 2019 महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से संबंधित सभी याचिकाएं सुप्रीम कोर्ट में गई थीं, और अदालत ने इन सभी को खारिज कर दिया था। उन्होंने कहा कि “राहुल गांधी और कांग्रेस जैसी पार्टियां जनता के सामने झूठी अफवाहें फैलाकर लोकतंत्र में लोगों का भरोसा खत्म करना चाहती हैं।”
74 लाख वोट एक घंटे में – क्या ये संभव है?
इस सवाल पर फडणवीस ने जवाब देते हुए कहा कि आखिरी एक घंटे में आमतौर पर मतदान केंद्रों पर भीड़ बढ़ जाती है। कई लोग नौकरी या अन्य कारणों से देर से मतदान करने पहुंचते हैं। इसके अलावा, चुनाव आयोग की डिजिटल गिनती प्रणाली रियल टाइम अपडेट करती है जिससे आंकड़ों में अचानक बढ़ोतरी देखी जाती है।
सोशल मीडिया और यूट्यूब के जरिये फैल रहा भ्रम
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी यूट्यूब, सोशल मीडिया और ऑप-एड लेखों के जरिए फेक न्यूज फैला रही है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का लेख न केवल भ्रामक है बल्कि इससे समाज में गलतफहमियां पैदा हो रही हैं। फडणवीस ने अपने जवाब में यूट्यूब लिंक और प्रतिष्ठित समाचार स्रोतों के हवाले से यह स्पष्ट किया कि जनता ने बीजेपी को पूर्ण समर्थन दिया है।
जनता का साथ – विकास और पारदर्शिता पर वोट
फडणवीस ने अपने लेख में यह भी बताया कि उनकी सरकार ने किस प्रकार से किसानों, युवाओं और महिलाओं के लिए योजनाएं चलाई हैं। उन्होंने कहा कि
“हमारी सरकार ने पारदर्शिता और विकास के सिद्धांतों पर काम किया है और जनता ने हमें उसी का इनाम दिया है।”
उन्होंने राज्य में आधारभूत ढांचे, रोजगार निर्माण और सामाजिक योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि यह जीत सिर्फ एक राजनीतिक विजय नहीं बल्कि जनता का आशीर्वाद है।
लोकसत्ता जैसे स्रोतों से समर्थन
फडणवीस ने लिखा कि उनके विचार सिर्फ भावनाओं पर आधारित नहीं हैं, बल्कि लोकसत्ता जैसे समाचार स्रोतों, सरकारी आंकड़ों और सुप्रीम कोर्ट के फैसलों से समर्थित हैं। यह साफ दर्शाता है कि चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से संपन्न हुए थे।
‘पराजित नेता’ कह कर राहुल गांधी पर सीधा हमला
मुख्यमंत्री ने राहुल गांधी को ‘पराजित नेता’ बताया जो चुनाव हारने के बाद आत्ममंथन करने की बजाय झूठे आरोपों का सहारा ले रहे हैं। उन्होंने राहुल के लेख को “खिसियाहट” से प्रेरित बताया और कहा कि अगर विपक्ष हार को हर बार इस तरह से सिस्टम पर थोपता रहेगा, तो लोकतंत्र की नींव कमजोर हो जाएगी।
ईवीएम पर आरोप – लोकतंत्र के खिलाफ साजिश?
फडणवीस ने यह भी चेतावनी दी कि बार-बार ईवीएम पर सवाल उठाना केवल जनता में भ्रम फैलाने का हथकंडा है।
उन्होंने कहा:
“भारत का लोकतंत्र मजबूत है और चुनाव आयोग की प्रक्रिया स्वतंत्र व निष्पक्ष है। ऐसे आरोप लोकतंत्र को कमजोर करने की साजिश हैं।”