Pm Modi ने बिहार दौरे पर बीजेपी कार्यकर्ताओं को दिया ‘चुनाव जीतने का मंत्र’
बिहार विधानसभा चुनावों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरी तरह से एक्टिव हो चुके हैं। दो दिवसीय बिहार दौरे पर पीएम मोदी ने गुरुवार को पटना में विशाल रैली के बाद पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं, सांसदों और विधायकों से मुलाकात की।
इस दौरान पीएम मोदी ने आगामी चुनावों में जीत दर्ज करने के लिए रणनीतियां साझा कीं और कार्यकर्ताओं को जमीनी स्तर पर काम करने की प्रेरणा दी।
बूथ मजबूती का मंत्र
पीएम मोदी ने सबसे अधिक ज़ोर बूथ की मजबूती पर दिया। उन्होंने कहा कि “यदि हर बूथ मजबूत होगा तो जीत सुनिश्चित है।” उन्होंने पुराने दिनों को याद करते हुए बताया कि वो कैसे बूथ पर घंटों बिताते थे और लोगों से सीधे संवाद करते थे।
पीएम मोदी ने कहा, “हर बूथ पर कम से कम 100 वीडियो बनाए जाएं, जिससे हमारी बात हर मतदाता तक पहुंचे।”
सोशल मीडिया पर दबदबा जरूरी

पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि अब टिकट की चाहत रखने वालों को सोशल मीडिया पर ताकत दिखानी होगी। उन्होंने कहा, “जो नेता टिकट पाना चाहते हैं, उनके सोशल मीडिया पर कम से कम 50,000 फॉलोअर होने चाहिए।”
उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि सरकार की नीतियों और योजनाओं को युवाओं तक पहुंचाएं। सोशल मीडिया को जनता के बीच संवाद का सशक्त माध्यम बनाएं।
धैर्य और सेवा की भावना से जीत संभव
प्रधानमंत्री ने कार्यकर्ताओं को धैर्य रखने की सलाह दी। उन्होंने खुद का उदाहरण देते हुए बताया कि “मैं डेढ़ दशक तक पिछली कतार में बैठता रहा, लेकिन धैर्य और मेहनत से आगे आया।”
उनका कहना था कि टिकट न मिलने पर पार्टी बदलने वाले कार्यकर्ताओं में धैर्य की कमी होती है। ऐसे लोग संगठन के लिए उपयोगी नहीं होते।

अंतिम व्यक्ति तक पहुंचनी चाहिए योजनाएं
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि सरकार की हर योजना का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे। उन्होंने कहा, “लोगों की समस्याएं सुनें और उनका समाधान करें। यही संगठन की असली ताकत होती है।”
विपक्ष पर भी रहे हमलावर

हालांकि पीएम मोदी ने किसी पार्टी का नाम नहीं लिया, लेकिन उन्होंने कहा कि “बिहार में विपक्ष के शासनकाल में क्या हुआ, यह युवा पीढ़ी को बताना जरूरी है।”
उन्होंने कहा कि लोगों को यह समझाना होगा कि एनडीए शासन में कितना विकास हुआ है और पूर्ववर्ती सरकारों में क्या हाल था।
बिहार दौरे पर पीएम मोदी का चुनावी मंत्र
वहीं दूसरी तरफ, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार दौरे पर पहुंचे और पटना में विशाल रैली के बाद बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने जीत की रणनीतियों पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यकर्ताओं को बूथ मजबूत करने का मंत्र देते हुए कहा कि हर बूथ पर कम से कम 100 वीडियो तैयार किए जाएं, जिससे मतदाताओं तक सीधा संवाद हो। साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया की ताकत पर जोर देते हुए कहा कि टिकट की दावेदारी उन्हीं को मिलेगी जिनके 50,000 से ज्यादा फॉलोअर होंगे।
पीएम ने कार्यकर्ताओं को जनता से संवाद बनाए रखने, विकास योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने और संगठन को मजबूत करने की सलाह दी। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव में विपक्ष के शासनकाल की असफलताओं को जनता के सामने लाया जाए।
धैर्य ही असली राजनीति की पहचान
पीएम मोदी ने कहा कि राजनीति में सफलता के लिए धैर्य ज़रूरी है। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि वे डेढ़ दशक तक पार्टी में पीछे रहे लेकिन सेवा और धैर्य से आगे आए।
थ पर फोकस: जीत की पहली सीढ़ी
पीएम मोदी ने कहा कि भाजपा को यदि बिहार चुनाव जीतना है तो हर बूथ को मजबूत करना होगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि वह अपने क्षेत्र के हर बूथ को पहचानें, वहां के लोगों से व्यक्तिगत संपर्क बनाएं और उनकी समस्याओं को प्राथमिकता पर हल करें। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि हर बूथ पर कम से कम 100 वीडियो बनाएं, जिनमें सरकार की योजनाओं और विकास कार्यों की झलक हो।
सोशल मीडिया पर दिखानी होगी ताकत
प्रधानमंत्री ने डिजिटल युग में सोशल मीडिया की भूमिका को बेहद महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने नेताओं को निर्देश दिया कि वे फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म पर सक्रिय रहें। पीएम मोदी ने कहा कि टिकट की दावेदारी करने वालों के पास कम से कम 50 हजार फॉलोअर्स होने चाहिए, तभी उनकी दावेदारी मजबूत मानी जाएगी। सोशल मीडिया के जरिए युवाओं तक पहुंचना अब चुनावी जीत का महत्वपूर्ण जरिया है।
धैर्य, सेवा और संगठन: मोदी का मंत्र
पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं को बताया कि राजनीति में सफलता के लिए धैर्य ज़रूरी है। उन्होंने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि वह वर्षों तक पीछे की पंक्ति में बैठे रहे, लेकिन कभी अधीर नहीं हुए। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि सेवा की भावना के साथ काम करें और जनता की समस्याओं को सुनकर उसका समाधान निकालें।
विपक्ष को घेरने की रणनीति
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि बिहार की जनता को विपक्ष के शासनकाल की सच्चाई से अवगत कराना जरूरी है। हालांकि उन्होंने किसी पार्टी का नाम नहीं लिया, लेकिन यह स्पष्ट किया कि बीजेपी कार्यकर्ता जनता को बताएं कि राज्य में पिछली सरकारों ने विकास को कैसे रोक दिया था।