Etawah Katha Vachak जात है कि जाती नहीं कथा वाचक मुकुट मणि यादव और संत कुमार के साथ बदसलूकी
सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से एक वीडियो वायरल हो रहा है इटावा के तादारपुर गांव में एक कथा वाचक मुकुट मणी यादव और उनके सहयोगी संत कुमार के साथ जो कुछ हुआ वो केवल दो लोगों की बेजती नहीं थी ये हिंदू समाज की आत्म पर चोट थी
कथा स्थल पर अपमानजनक व्यवहार, वीडियो में दिखा दर्द
इटावा के तादारपुर गांव में जो भी हुआ वो बहुत ही शर्मनाक करने वाला था सच कहे तो अभी भी यकीन नहीं हो रहा है कोई इतना गिर सकता है आज के समय में भी श्रीमत कथा का आयोजन हो रहा था माहौल भक्ति में था लेकिन भक्ति के मंच पर जातिवाद का जहर फेल गया कथा वाचक मुकुट मणी यादव और उसके सहयोगी को बुलाया गया फिर जात पूछी गई पहले दिन ही जात पता लगी कहने को भगवान के लिए कथा थी लेकिन जात पूछ कर जाति की लक्ष्म रेखा खींच दी गई और उस व्यक्ति को शक की निगाहो से देखा गया कथा कहने वाले को ही अपराधी बना दिया 50 लोग आए हमला किया और मुकुट मणी की चोटी काट दी गई और उनके सिर को मुड़वा दिया गया उन पर पेशाब छिड़का दिया गया क्योंकि जात छुपाई थी

उन पर लात गुस्से भैरमी से पिटाई हुए एक महिला राजमन को उनकी नाक को रगड़वा गया बच्चों और बढ़ों के जूते सिर पर रखवा कर माफी मंगवाई गई
“जाती है कि जाती नहीं?” – यह सवाल सिर्फ एक लाइन नहीं, गहराई से उठी भावना है
घटना के बाद मुकुट मणि यादव ने भावुक होकर कहा, “जाती है कि जाती नहीं?” – यह सवाल उनके दिल से निकला दर्द था। यह सिर्फ एक लाइन नहीं, बल्कि वह भावना थी जो दर्शाती है कि आज भी धर्म और साधु-संतों का अपमान इतनी आसानी से हो सकता है और लोग चुप रह सकते हैं।

ये हमला किसी जाति पर नहीं बल्कि भक्ति के आदर पर था ये चोट उस शरीर पर नहीं थी बल्कि उस विचार पर थी जो ये मानती है कि भगवान सब के है भगवान की कथा करने का अधिकार भी सब को है ये समाज के उस सक्स को उजागर करती है जिसे हम छुपा लेते है और जय श्रीराम का नारा हक से लगा लेते है लेकिन उन्हीं भगवान श्री राम के आदर्शो पर चलने से कतराने लगते हैं हा कुछ लोग आज भी आकर कहे गए कि सर झूठ बोला गया था उसने जाति छुपा ली थी जाति छुपा ली थी तो उसे लूहान कर देंगे
उसके ऊपर पेशाब कर देंगे और सिर पर से चोटी काट कर सिर मुंडन कर देंगे सिर्फ इस लिए की वो ब्राम्हण नहीं है सिर्फ इस बात के लिए आप इंसान के साथ जानवर जैसा सलूक करेंगे क्योंकि उसकी जाति इतनी भारी नहीं थी इस लिए उसकी भक्ति इतनी अपवित्र हो गई कि उस पर पेशाब करवा देगे
उसपे किसे के पैर चटवांगे उसके सामन को तोड़ देगे और सामाजिक तौर पर बेज्जती करेंगे और ये सब उस आंगन में जहां आपने उस भगवान को पूजने के लिए बुलाया था आपको लगता है कि भगवान ये सब देख कर आपको आशीर्वाद देंगे

नहीं भगवान भी देख कर कहेंगे कि लालत है तुम जैसे भगतो पर लेकिन सवाल पीटने वालों से नहीं बल्कि उस भीड़ से भी होगा जो खामोश है और इस तरह की घटना को देख कर भी अनदेखा कर देती है क्योंकि आपको भी ये समझना पड़ेगा कि हमारी चुप्पी और हमारी खामोशी उस भीड़ को बढ़वा देती है जब हम और आप जाती देख कर संवेदन शील बनते है तो ये हमारे धर्म को खोखला कर देती हैं अगर आपको अपने धर्म से प्यार है और आप अपने भगवान के सच्चे सेवक हैं तो आज आपको इसकी खुल कर मुख्यालयत करनी होगी अगर आप नहीं कर रहे है तो आप अपने भगवान का नाम खराब कर रहे है
पुलिस ने लिया संज्ञान, जांच शुरू
स्थानीय पुलिस ने वायरल वीडियो का संज्ञान लिया है और प्राथमिक जांच शुरू कर दी है। अभी तक किसी की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन अधिकारी मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्रवाई का भरोसा दे रहे हैं।
