मेडिकल कॉलेज के बच्चा वॉर्ड में आग लगी थी उसमें पहले से ही कई बच्चों को इलाज चल रहा था. आग इतनी ख़तरनाक थी कोई भी सामने के दरवाजे से अंदर नहीं घुस पा रहा था. बच्चों को बचाने के लिए बाद में खिड़की के रास्ते से अंदर पहुचे लोग.
आग लगती ही मच गई थी भगदड़
मेडिकल कॉलेज के बच्चा वार्ड मै जैसे ही आग लगने की खबर फैली तुरंत ही पूरा अस्पताल में भगदड़ मच गई. घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की बचाओ अभियान टीम जल्द से जल्द मौके पर पहुंची. वहीं दूसरी तरह जो लोग बच्चा वार्ड की खिड़की तोड़कर अंदर घुसे थे उन्होंने बच्चों ओर मरीजों को बाहर निकालने मै मदद की.
बच्चों के परिवारों के लिए मुआवजे का ऐलान
शुक्रवार को देर रात को मेडिकल कॉलेज के बच्चा वार्ड मै आग लगने की खबर सुनते ही मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक और प्रमुख सचिव स्वस्थ को मौके पर भेजा और सीएम योगी रात भर घटना स्थल की हर पल की जानकारी लेते रहे. इसी बीच राज्य सरकार ने मृतकों के माता पिता को 5 लाख की वित्तीय सहायता देने का ऐलान किया। सीएम योगी ने झांसी के संभागीय आयुक्त और पुलिस उप महानिरीक्षक (DIG) को घटना के संबंध में 12 घंटे खत्म होने से पहले पूरी रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है।
वार्ड के एक छोटे से शॉर्ट सर्किट से लगी थी आग
DM (जिला मजिस्ट्रेट) अविनाश कुमार ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा है कि झांसी के मेडिकल कॉलेज के बच्चा वार्ड मै शुक्रवार को तकरीबन 10:45 पर आग लग गई, जो कि मानी जा रही है की एक छोटे से शॉर्ट सर्किट से लगी थी। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने शनिवार को “PTI– भाषा” से कहा, इस घटना में 10 नवजात बच्चों की मौत हो गई और अन्य 16 बच्चे बुरी तरह आग मै झुलस गए है जिनका अन्य वार्ड मै इलाज चल रहा है
वार्ड का बचाओ कार्य पूरा हुआ
सुधा सिंह ने संवादाता को जानकारी देते हुए बताया कि 10 बच्चों की मौके पर ही मृत्यु हो गई थी और अन्य को बचा लिया गया उनकी हालत गंभीर है । जानकारी देते हुए बताया गया कि वार्ड मै आग लगने के बाद बहुत से माता पिता अपने अपने बच्चों को अपने घर ले गए। उन्होंने कहा कि पुलिस उन बच्चों की पुष्टि करने का प्रयास कर रही है जो NICU मै भर्ती थे। मेडिकल कॉलेज के स्टाफ के अनुसार आग लगने ने दौरान वार्ड मै 52– 54 बच्चे थे। जिनमें से 10 की मौके पर मौत हो गई 16 का इलाज चल रहा है। बाकी बच्चों के लिए सत्यापन जारी है। अस्पताल की माने तो रात तकरीबन 1 बजे बचाओ कार्य पूरी तरह से पूरा हो चुका था