Mirzapur Coaching Center: गरीब परिवारों से आई बेटियों ने बिना फीस दिए कर दिखाया सपना सच
समाज कल्याण विभाग द्वारा एक्स फाउंडेशन के सहयोग से इस कोचिंग कार्यक्रम की शुरुआत 15 जून 2023 को की गई थी। राज्य के 29 जिलों में संचालित जयप्रकाश नारायण सर्वोदय बालिका विद्यालयों से चयनित छात्राओं को परीक्षा के माध्यम से इस कोचिंग में दाखिला मिला
Mirzapur:-
NEET जैसे प्रतिष्धार्मिक परीक्षा की तैयारी के लिए जहां कुछ छात्र लाखों रुपए खर्च कर देते हैं, वही मिर्जापुर के एक पिछड़े इलाके में समाज कल्याण विभाग और एक्स नवोदय फाउंडेशन द्वारा चलाई जा रही मुक्त कोचिंग से पढ़कर 12 लड़कियों ने NEET 2025 की परीक्षा में सफलता हासिल की है। इन बेटियों की कामयाबी अब पूरे क्षेत्र में चर्चा के विषय बनी हुई है। लोग आश्चर्यचकित है कि सीमित संसाधनों के बावजूद कैसे छात्राओं ने इतना बड़ा मुकाम हासिल किया!
उत्तर प्रदेश:
के मिर्जापुर जिले की मड़िहान तहसील स्थित जयप्रकाश नारायण सर्वोदय बालिका विद्यालय जो समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित है, वहां आर्थिक रूप से कमजोर लेकिन मेधावी छात्राओं के लिए IIT-JEE और NEET नेट के नस्ल कोचिंग एक नवोदय फाऊंडेशन के सहयोग से चलाई जाती है। वर्ष 2025 में NEET परीक्षा के नतीजे घोषित होते ही यह विद्यालय अचानक सुर्खियों में आ गया, जब पहली बार परीक्षा में शामिल हुई 25 छात्राओं में से 12 ने सफलता प्राप्त कर ली।

समाज कल्याण विभाग द्वारा एक्स नवोदय फाउंडेशन के सहयोग से इस विद्यालय में 15 जून 2023 को कोचिंग कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी। उत्तर प्रदेश के 29 जिलों में संचालित जयप्रकाश नारायण सर्वोदय बालिका विद्यालयों से चयन परीक्षा के माध्यम से छात्रों को चुना गया है और फिर उन्हें मड़िहान स्थित स्कूल में लाया गया। यहां उनके रहने खाने और भवन की पूरी व्यवस्था समाज कल्याण विभाग द्वारा निशुल्क की गई, जबकि कोचिंग संचालक की जिम्मेदारी एक नवोदय फाऊंडेशन ने अपने स्तर पर बिना किसी शुल्क की निभाई।
लगातार 2 वर्षों की मेहनत और मार्गदर्शन के बाद इस विशेष कोचिंग कार्यक्रम की छात्राएं पहली बार NEET और IIT -JEE जैसी राष्ट्रीय परीक्षाओं में सम्मिलित हुई। NEET के लिए 26 छात्राओं का पंजीकरण हुआ, जिनमें से 25 ने परीक्षा दी और उन में से 12 सफलता हासिल की। वहीं JEE मैं तेरा छात्राओं ने हिस्सा लिया, जिनमें से पांच ने परीक्षा पास कर संस्थान का नाम रोशन किया।
NEET रिजल्ट में चमकी मिर्ज़ापुर की ये होनहार छात्राएं
- श्वेता पाल
- पूजा रंजन
- प्रिंसी
- मालती
- कोमल कुमारी
- लक्ष्मी
- अनुराधा
- कोमल
- लक्ष्मी
- सभ्य प्रजापति
- दीप्ति गुप्ता
- पूजा सोनक
इस कोचिंग में पढ़ने वाले शिक्षक सुधीर यादव का कहना है कि पूरे उत्तर प्रदेश में 20 छात्राओं का चयन NEET और 20 का चयन IIT -JEE कोचिंग के लिए किया जाता है। इन छात्राओं को न सिर्फ 11वीं और 12वीं के बोर्ड परीक्षा की पढ़ाई करवाई जाती है, बल्कि उनके प्रतियोगी परीक्षाओं की भी पूरी तैयारी कराई जाती है।
सुधीर यादव बताते हैं कि यह योजना विशेष रूप से उन प्रतिभाशाली छात्राओं के लिए है जो आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से आती हैं, और जिनके पास कोचिंग का खर्च वहन करने की क्षमता नहीं होती। इस पायल का मकसद यह है की प्रतिभा पैसों की मोहताज ना रहे।

उनका कहना है कि छात्राओं की समर्पित फैकल्टी द्वारा अलग-अलग विषयों में गया इस मार्गदर्शन दिया जाता है और उनका नियमित टेस्ट सीरीज व मूल्यांकन में ही होता है, जिससे उनका आदमी विश्वास लगातार बढ़ता है।
कोचिंग में पढ़ने वाली लड़कियों का कहना है कि उन्हें यहां बेहतर शैक्षणिक वातावरण समय पर भोजन उठा हारने की अच्छी व्यवस्था मिलती है। छात्राओं ने बताया कि हमारे टीचर्स नासिर पढ़ते हैं बल्कि हमें मोटिवेट भी करते हैं। यहां डर का नहीं, भरोसे माहौल है।”
एक छात्रा ने कहा, हमारे घरों में संसाधन नहीं थे, लेकिन इस स्कूल और कोचिंग ने हमें वह प्लैटफॉर्म दिया जहां से हम अपने सपनों की उड़ान भर सकते हैं।”
यह अन्य छात्र कहती है, यहां का पढ़ाई का तरीका बिलकुल अलग है। हर डॉट को क्लियर किया जाता हैं।”
सुधीर यादव बताते हैं की छात्राओं की सफलता में नियमित अभ्यास, अनुशासन और फोकस सबसे हम भूमिका निभाता है। वे कहते हैं, हमारा लक्ष्य सिर्फ परीक्षा पास कराना नहीं, बल्कि छात्राओं को आत्मनिर्भर बनाना है।