Shri Gupteshwar Mahadev मंदिर में पहली बार 100 यज्ञों का आयोजन

उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के तातारपुर गांव स्थित श्री गुप्तेश्वर महादेव मंदिर को भक्तों की आस्था का केंद्र माना जाता है। यह मंदिर NH 24 हाईवे के समीप स्थित है और यहां दूर-दूर से श्रद्धालु शिव के दर्शन करने आते हैं। मान्यता है कि यहां साक्षात शिव का वास है और यहां आने वाले भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

7 नवंबर से 9 दिवसीय महायज्ञ, पहली बार 100 यज्ञ
इस बार मंदिर में इतिहास रचने जा रहा है, क्योंकि यहां पहली बार 100 यज्ञों का आयोजन होने वाला है। यह महायज्ञ 7 नवंबर 2025 से शुरू होगा और पूरे 9 दिन तक चलेगा। इस महायज्ञ को भारतवर्ष का सबसे बड़ा यज्ञ कहा जा रहा है, जिसमें लाखों श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है।

ऋषि जी महाराज की प्रेरणा से हो रहा आयोजन
इस आयोजन के पीछे हैं परम पूज्य ऋषि जी महाराज, जिनके संकल्प से यह यज्ञ संभव हो रहा है। मंदिर के सहयोगी महेश जी ने बताया कि दो साल पहले ऋषि जी ने 100 यज्ञों का प्रण लिया था, लेकिन तब उनके साथ केवल 10-20 लोग ही थे। धीरे-धीरे यह संख्या लाखों तक पहुंच गई और आज वह इस महायज्ञ को सनातन धर्म के प्रचार का माध्यम बना रहे हैं।
युवाओं को जोड़ने का संदेश
ऋषि जी महाराज का उद्देश्य है कि आज के युवाओं को सनातन धर्म से जोड़ा जाए। उनका कहना है कि आज की युवा पीढ़ी सोशल मीडिया जैसे प्लेटफॉर्म्स – Instagram, Twitter, Facebook – में व्यस्त है और मंदिर आना भूल गई है। इस महायज्ञ के माध्यम से वह युवाओं को सनातन संस्कृति की ओर वापस लाना चाहते हैं।
प्रसिद्ध हस्तियों की उपस्थिति की संभावना

इस महायज्ञ में कई बड़ी हस्तियों को आमंत्रित किया गया है। इनमें बाबा रामदेव, हेमा मालिनी, और यूट्यूबर अमित भड़ाना का नाम प्रमुख है। इनके आने की प्रबल संभावना है, जिससे आयोजन और भी भव्य बन सकता है।
धर्म, भक्ति और संस्कृति का अद्भुत संगम
यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस तरह के आयोजन युवाओं को अपनी जड़ों से जोड़ने का एक प्रयास हैं।