Kedarnath में टला बड़ा हादसा: हाईवे पर करानी पड़ी हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग, पायलट घायल – देखें VIDEO

उत्तराखंड के केदारनाथ धाम में शनिवार को उस समय हड़कंप मच गया जब एक हेलीकॉप्टर ने अचानक राष्ट्रीय राजमार्ग पर इमरजेंसी लैंडिंग कर दी। इस हेलीकॉप्टर में कुल छह लोग सवार थे, जिनमें पायलट को हल्की चोटें आई हैं, जबकि बाकी सभी यात्री पूरी तरह सुरक्षित बताए जा रहे हैं।
तकनीकी खराबी बनी इमरजेंसी लैंडिंग की वजह

मिली जानकारी के अनुसार, यह हेलीकॉप्टर बडासू हैलीपैड से केदारनाथ के लिए रवाना हुआ था। उड़ान भरने के कुछ समय बाद ही इसमें तकनीकी खराबी आ गई, जिससे पायलट को आपात स्थिति में नेशनल हाइवे पर हेलीकॉप्टर उतारना पड़ा। यह पूरी घटना उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले की है, जो चारधाम यात्रा के दौरान सबसे व्यस्त रूट्स में से एक है।
6 लोग थे सवार, पायलट को आईं मामूली चोटें

रिपोर्ट्स के मुताबिक, हेलीकॉप्टर में पायलट समेत कुल छह लोग सवार थे। इमरजेंसी लैंडिंग के दौरान पायलट को मामूली चोटें आईं और उसे प्राथमिक इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया है। हालांकि अन्य सभी यात्री सुरक्षित हैं और किसी को गंभीर चोट नहीं लगी है।
हादसे का वीडियो आया सामने
इस इमरजेंसी लैंडिंग का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें हेलीकॉप्टर को हाइवे पर उतरते और फिर अचानक झटका खाते देखा जा सकता है। यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है और लोग पायलट की सूझबूझ की तारीफ कर रहे हैं, जिसने समय रहते बड़ा हादसा टाल दिया।
पिछले महीने भी हुआ था ऐसा ही हादसा
यह पहली बार नहीं है जब केदारनाथ में हेलीकॉप्टर से जुड़ा कोई हादसा सामने आया हो। पिछले महीने भी लैंडिंग के दौरान एक हेलीकॉप्टर का पिछला हिस्सा टूट गया था। गनीमत रही कि उसमें सवार सभी यात्री सुरक्षित थे। उस हेलीकॉप्टर का संचालन एम्स ऋषिकेश के लिए किया जा रहा था, और वह मरीज को लेने के लिए केदारनाथ पहुंच रहा था।
सुरक्षा मानकों की अनदेखी?
हेलीकॉप्टर की बार-बार तकनीकी खराबियों से जुड़ी घटनाएं चिंता का विषय बन चुकी हैं। सूत्रों की मानें तो इस घटना की वजह मानकों की अनदेखी हो सकती है। फिलहाल DGCA (डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन) और उत्तराखंड प्रशासन ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।
रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने दिए जांच के आदेश
रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। प्रशासन ने सभी चार्टर कंपनियों को निर्देश दिया है कि वे यात्रियों की सुरक्षा से कोई समझौता न करें और हेलीकॉप्टर की टेक्निकल फिटनेस को प्राथमिकता दें।
श्रद्धालुओं में डर का माहौल
चारधाम यात्रा के दौरान हेलीकॉप्टर सेवा का बड़ा महत्व है क्योंकि बुजुर्गों और शारीरिक रूप से अक्षम श्रद्धालुओं के लिए यह सुविधा वरदान समान होती है। लेकिन लगातार सामने आ रही ऐसी घटनाओं ने श्रद्धालुओं में डर का माहौल पैदा कर दिया है। लोग अब हवाई यात्रा को लेकर संशय में दिख रहे हैं।
सवालों के घेरे में चार्टर कंपनियां
यह सवाल उठाया जा रहा है कि क्या चार्टर कंपनियां केवल मुनाफे के लिए उड़ानें संचालित कर रही हैं और क्या वे हेलीकॉप्टर की समय-समय पर जांच करवा रही हैं या नहीं? यह घटना कई तरह के प्रशासनिक और तकनीकी सवाल खड़े करती है।
हादसा टला, लेकिन चेतावनी स्पष्ट
हेलीकॉप्टर सेवा संचालित करने वाली कंपनियों के लिए यह घटना एक चेतावनी है कि सुरक्षा से किसी भी तरह का समझौता भारी पड़ सकता है। साथ ही, यात्रियों और पायलटों की जान जोखिम में डालना कतई उचित नहीं है।
प्रशासन से की गई मांगें
स्थानीय लोगों और यात्रियों के परिजनों ने मांग की है कि सभी हेलीकॉप्टरों की समय-समय पर टेक्निकल ऑडिट हो और जिन मशीनों में तकनीकी खामियां पाई जाएं, उन्हें तत्काल सेवा से हटा दिया जाए।
सोशल मीडिया पर आ रहे हैं ऐसे रिएक्शन
इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने पायलट की तारीफ की है, जिसने संकट की स्थिति में समझदारी दिखाते हुए सबकी जान बचाई। कुछ यूजर्स ने लिखा, “भगवान का शुक्र है कि कोई जान हानि नहीं हुई। लेकिन भविष्य में ऐसी लापरवाही न हो, ये ज़रूरी है।”