Kedarnath Yatra Route बारिश के बाद पर आया मलबा, एक की मौत, यात्रा रोकी गई
भारी बारिश ने रोकी आस्था की राह

उत्तराखंड में मानसून के आते ही एक बार फिर प्राकृतिक आपदाएं सामने आने लगी हैं। रुद्रप्रयाग ज़िले के जंगलचट्टी इलाके में भारी बारिश के कारण केदारनाथ जाने वाले पैदल मार्ग पर मलबा आ गया है। इस दौरान एक श्रद्धालु की मौत हो गई, जबकि दो लोग घायल हो गए। इस आपदा के बाद प्रशासन ने एहतियातन सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम की पैदल यात्रा को अग्रिम आदेशों तक स्थगित कर दिया है।
केदारनाथ घाटी में मूसलाधार बारिश का कहर

लगातार हो रही बारिश ने केदार घाटी में मुश्किलें बढ़ा दी हैं। सबसे अधिक खतरा जंगलचट्टी और लिनचोली जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में देखने को मिल रहा है, जहां पहले भी कई बार भूस्खलन की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। रविवार सुबह हुई मूसलाधार बारिश ने एक बार फिर इस पूरे क्षेत्र में संकट की स्थिति पैदा कर दी।
जंगलचट्टी में आया मलबा, बाधित हुआ पैदल मार्ग
गौरीकुंड से केदारनाथ धाम तक करीब 19 किलोमीटर लंबा पैदल मार्ग है। इस मार्ग में जंगलचट्टी के पास लगातार हो रही बारिश के कारण भारी मलबा और पत्थर आ गए। इस वजह से यात्रा मार्ग आंशिक रूप से बाधित हो गया है। कई श्रद्धालु मार्ग में ही फंस गए हैं, जिन्हें पुलिस और राहत एजेंसियां सुरक्षित स्थानों पर भेजने में जुटी हैं।
एक श्रद्धालु की मौत, दो घायल
अब तक प्राप्त जानकारी के अनुसार मलबे की चपेट में आने से एक श्रद्धालु की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, दो अन्य लोग घायल हुए हैं, जिनका प्राथमिक उपचार स्थानीय मेडिकल टीम द्वारा किया जा रहा है। इस घटना ने यात्रा पर आए हज़ारों श्रद्धालुओं की चिंता बढ़ा दी है।
सोनप्रयाग से यात्रा पूरी तरह रोकी गई
बारिश के बाद केदारनाथ पैदल मार्ग पर आया भारी मलबा, एक शख्स की मौत, रोकी गई यात्रा #Kedarnath pic.twitter.com/N36fI5NCyR
— NDTV India (@ndtvindia) June 15, 2025
उत्तराखंड मौसम विभाग ने पहले से ही पूरे सप्ताह के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार केदारनाथ घाटी में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। इसी को देखते हुए प्रशासन ने सोनप्रयाग से आगे की यात्रा को तत्काल प्रभाव से रोक दिया है।
पुलिस कर रही है यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर भेजने की कोशिश
जंगलचट्टी में फंसे यात्रियों को पुलिस की निगरानी में नीचे की ओर सुरक्षित स्थलों तक पहुंचाया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक अक्षय कोंडे ने अपील की है कि श्रद्धालु जहां हैं, वहीं पर सुरक्षित रहें और जब तक स्थिति सामान्य नहीं होती, आसपास के होटल या धर्मशालाओं में ही रुकें।
उत्तराखंड में एक और बड़ा हादसा: हेलीकॉप्टर क्रैश में 7 की मौत
इसी बीच रुद्रप्रयाग में एक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। गौरीकुंड के जंगलों में रविवार सुबह करीब 6 बजे एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 7 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में एक 2 साल का बच्चा भी शामिल है। घटना के तुरंत बाद NDRF और SDRF की टीमें मौके पर पहुंची और राहत व बचाव कार्य शुरू किया गया।
प्रशासन पूरी सतर्कता के साथ काम में जुटा
उत्तराखंड प्रशासन, पुलिस, और आपदा राहत एजेंसियां केदारनाथ यात्रा मार्ग की स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। मौसम में सुधार आने तक यात्रा को पुनः शुरू करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
स्थानीय लोगों और दुकानदारों पर भी असर
केदारनाथ यात्रा मार्ग के प्रभावित होने से स्थानीय दुकानदारों और होटल व्यवसायियों को भी बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है। हर साल की तरह इस वर्ष भी यात्रा से जुड़े हजारों लोग अपनी रोजी-रोटी के लिए श्रद्धालुओं पर निर्भर हैं।
श्रद्धालुओं के लिए प्रशासन की सलाह
- जहां हैं वहीं रुकें, यात्रा के लिए न बढ़ें।
- प्रशासन द्वारा जारी अपडेट पर लगातार ध्यान दें।
- किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें।
- अनावश्यक यात्रा से बचें।