Khandwa Gangrape :खंडवा में आदिवासी महिला के साथ निर्भया जैसी दरिंदगी, गैंगरेप के बाद रॉड डालकर की गई हत्या

Khandwa Gangrape : मध्य प्रदेश के खंडवा ज़िले में एक रोंगटे खड़े कर देने वाला मामला सामने आया है, जिसने दिल्ली के निर्भया कांड की याद दिला दी। आदिवासी अंचल में एक महिला के साथ गैंगरेप करने के बाद उसके प्राइवेट पार्ट में रॉड और लकड़ी डाल दी गई, जिससे उसका गर्भाशय बाहर आ गया। इलाज मिलने से पहले ही महिला ने दम तोड़ दिया। घटना खालवा थाना क्षेत्र की रोशनी चौकी अंतर्गत हुई। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
बेहोशी की हालत में मिली महिला, बेटी ने दी सूचना

घटना शनिवार दोपहर करीब 1 बजे की है। मृतक महिला की बेटी ने जब अपनी मां को अर्धनग्न, खून से लथपथ और बेहोश देखा तो उसने तत्काल पुलिस को सूचना दी। महिला आरोपी हरि पालवी के घर में फर्श पर पड़ी मिली थी। महिला को कुछ देर के लिए होश आया, तब उसने अपने साथ हुई दरिंदगी की बात खुद बताई। इसके कुछ देर बाद महिला की मौत हो गई।
पोस्टमार्टम में भी सामने आई दरिंदगी की पुष्टि

पुलिस की शुरुआती जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि महिला के प्राइवेट पार्ट में लकड़ी और रॉड डाले गए थे। इस वजह से उसका गर्भाशय बाहर आ गया और अत्यधिक खून बहने से उसकी मौत हो गई। शव को पहले खालवा अस्पताल और फिर जिला अस्पताल खंडवा भेजा गया, जहां फॉरेंसिक विभाग के विशेषज्ञों की देखरेख में पोस्टमार्टम किया गया।
आरोपी गांव के ही निकले
महिला दो बच्चों की मां थी और आरोपियों से परिचित थी। इस घटना में हरि पालवी और सुनील धुर्वे को गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपी पीड़िता के ही गांव के रहने वाले हैं। पुलिस ने इनके खिलाफ गैंगरेप, हत्या और SC/ST एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।
पुलिस का बयान और जांच की स्थिति
खंडवा एसपी अवनीश कुमार ने कहा कि यह घटना बेहद निंदनीय है। शुरुआती साक्ष्य और ग्रामीणों की सूचना पर दोनों आरोपियों को पकड़ा गया है। घटना की गहन जांच जारी है और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। फॉरेंसिक टीम को भी घटनास्थल पर बुलाया गया है।
निर्भया कांड जैसी बर्बरता
इस जघन्य घटना ने दिल्ली की 2012 की निर्भया गैंगरेप कांड की याद दिला दी, जिसमें युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर प्राइवेट पार्ट में रॉड डाली गई थी। खंडवा की घटना ने एक बार फिर से देश की महिला सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
आदिवासी क्षेत्रों में सुरक्षा का सवाल
यह मामला आदिवासी अंचलों में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता पैदा करता है। जहां पीड़िता और आरोपी एक-दूसरे को जानते थे, ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या महिलाएं अपने ही समाज में सुरक्षित हैं? यह घटना बताती है कि आज भी भारत के दूर-दराज के हिस्सों में महिला सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है।
मांग तेज: फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई हो
घटना के बाद स्थानीय समाजसेवियों और महिला संगठनों ने दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है। उनका कहना है कि इस केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाकर जल्द से जल्द न्याय दिया जाए। साथ ही आदिवासी इलाकों में महिला सुरक्षा को लेकर विशेष उपाय किए जाएं।
प्रशासन और सरकार पर बढ़ा दबाव
इस केस के सामने आने के बाद प्रशासन पर भी सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि अगर समय पर एंबुलेंस और मेडिकल सुविधा मिल जाती तो शायद महिला की जान बचाई जा सकती थी। विपक्षी दलों ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार पर हमला बोलना शुरू कर दिया है।
यह घटना खालवा थाना क्षेत्र के रोशनी चौकी के अंतर्गत शनिवार को घटित हुई। बताया जा रहा है कि महिला को गैंगरेप के बाद उसी गांव के हरि पालवी और सुनील धुर्वे नाम के दो युवकों ने अपने घर में तड़पता छोड़ दिया।
जब ग्रामीणों को घटना की जानकारी मिली तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। महिला को अर्धनग्न हालत में आरोपी के घर से बरामद किया गया।
सीसीटीवी में दर्ज नहीं, पर शरीर पर थे दरिंदगी के सबूत
पुलिस जांच में सामने आया कि महिला के प्राइवेट पार्ट से अत्यधिक खून बह रहा था और आंतरिक अंग बाहर आ चुके थे, जिससे साफ था कि उसके साथ रॉड या लकड़ी से निर्ममता की गई। पोस्टमार्टम मेडिकल कॉलेज के फॉरेंसिक विभाग की निगरानी में कराया जा रहा है।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने हरि पालवी और सुनील धुर्वे को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों से पूछताछ जारी है। मामले में गैंगरेप और हत्या की धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है।
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Source – India tv
Written By Pankaj Chaudhary