शादी, धोखा और कत्ल! Meghalaya हनीमून केस में खुला बड़ा राज, सोनम यूपी से गिरफ्तार

नई दिल्ली:
Meghalaya राजा और सोनम रघुवंशी की हनीमून ट्रिप एक खूबसूरत याद बननी थी, लेकिन वह एक खौफनाक वारदात में तब्दील हो गई। मेघालय में लापता हुए इस नवविवाहित जोड़े के मामले में आखिरकार एक बड़ा मोड़ सामने आया है। पुलिस ने राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से गिरफ्तार कर लिया है। उन पर पति की हत्या की साजिश रचने का आरोप है।
कैसे खुला हत्या का रहस्य?
23 मई को मेघालय के नोंग्रियाट गांव में डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज घूमने के बाद दोनों लापता हो गए थे। अगले दिन 24 मई को उनकी किराए पर ली गई स्कूटी लावारिस हालत में सोहरा के पास मिली। 2 जून को राजा का शव वेईसावडॉन्ग झरने के पास एक खाई में मिला, जिसकी पहचान उनके हाथ पर बने टैटू ‘राजा’ से हुई।
पोस्टमॉर्टम में सामने आया कि राजा की मौत प्राकृतिक नहीं बल्कि हत्या थी। यहीं से पुलिस को शक हुआ और जांच की दिशा बदली।
पत्नी सोनम पर गिरी संदेह की सुई, गाजीपुर से पकड़ी गई
पुलिस ने 16 दिनों तक लगातार जांच के बाद सोनम को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एक ढाबे से गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही तीन और लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है। मेघालय के डीजीपी का कहना है कि सोनम ने कथित तौर पर भाड़े के हत्यारों की मदद ली थी। यह भी संभावना है कि यह हत्या पूरी तरह से योजना बनाकर की गई।
भाई ने लगाई इंसाफ की गुहार

राजा रघुवंशी के भाई अर्पित चौहान ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा कि,
“सोनम और उसके कुछ साथी गिरफ्तार हुए हैं। हमें न्याय चाहिए। मेरे भाई की हत्या क्यों और किसने की, इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।”
उन्होंने बताया कि शादी से पहले और बाद तक राजा और सोनम बहुत खुश दिख रहे थे। गुवाहाटी, कामाख्या मंदिर जैसी जगहों से उन्होंने बात भी की थी और सब कुछ सामान्य बताया था। लेकिन अचानक उनकी लापता खबर ने पूरे परिवार को हिलाकर रख दिया।
पिता ने उठाए सवाल, सीबीआई जांच की मांग
सोनम के पिता देवी सिंह रघुवंशी ने मेघालय पुलिस की जांच पर सवाल उठाते हुए केंद्र सरकार से इस केस की सीबीआई जांच की मांग की है। उनका दावा है कि उनकी बेटी निर्दोष है और इस मामले में सच्चाई सामने लाने के लिए उच्चस्तरीय जांच जरूरी है।
मध्यप्रदेश सरकार ने दिखाई सक्रियता
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से आग्रह किया है कि इस गंभीर मामले की जांच केंद्रीय एजेंसी यानी CBI को सौंपी जाए ताकि निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से सच्चाई सामने आ सके।
अब क्या आगे?
मेघालय पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और इस मामले की तह तक जाने की कोशिशें तेज़ हो गई हैं। सोनम की गिरफ्तारी ने इस केस को एक नया मोड़ दिया है और अब सवाल यह है कि क्या यह एक सोची-समझी साजिश थी या फिर कोई और गहरी कहानी छुपी है?
इंदौर के नवविवाहित जोड़े राजा और सोनम रघुवंशी के हनीमून ट्रिप ने एक दुखद और सनसनीखेज मोड़ ले लिया है। मेघालय में लापता हुए राजा की हत्या की गुत्थी अब सुलझती नजर आ रही है। पुलिस ने उसकी पत्नी सोनम रघुवंशी को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से गिरफ्तार किया है। इस गिरफ्तारी के साथ-साथ पुलिस ने हत्या में संलिप्त तीन और लोगों को भी हिरासत में लिया है।
शादी के महज 9 दिन बाद 20 मई को दोनों मेघालय घूमने गए थे। 23 मई को शिलांग के नोंग्रियाट गांव में डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज देखने के बाद दोनों अचानक लापता हो गए। अगले दिन उनकी किराए की स्कूटी सोहरा के पास लावारिस हालत में मिली। 2 जून को राजा रघुवंशी का शव वेईसावडॉन्ग झरने के पास खाई में पड़ा मिला, जिसकी पहचान उनके हाथ पर बने टैटू से हुई।
पोस्टमॉर्टम में खुलासा हुआ कि राजा की मौत हादसा नहीं, बल्कि सुनियोजित हत्या थी। इसके बाद शक की सुई उसकी पत्नी सोनम पर जा टिकी। पुलिस का दावा है कि सोनम ने हत्यारों को पैसे देकर पति की हत्या करवाई। मेघालय पुलिस के डीजीपी ने इस मामले में कुल 4 गिरफ्तारियों की पुष्टि की है।
राजा के भाई अर्पित चौहान ने कहा, “हमें इंदौर पुलिस से जानकारी मिली कि सोनम और अन्य लोगों को पकड़ा गया है। हमें अपने भाई के लिए इंसाफ चाहिए। सब कुछ ठीक चल रहा था, अचानक ऐसा क्या हुआ कि वो मारा गया?”
इस केस ने उस समय और तूल पकड़ लिया जब सोनम के पिता देवी सिंह रघुवंशी ने मेघालय पुलिस की जांच पर सवाल उठाए। उन्होंने केंद्र सरकार से इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि मेघालय पुलिस सही तरीके से जांच नहीं कर रही और उनकी बेटी को फंसाया जा रहा है।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी इस केस की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इसे CBI को सौंपने की अनुशंसा की है। इस मामले में राष्ट्रीय स्तर पर हलचल मच गई है।
राजा और सोनम की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी। परिवार और दोस्तों के मुताबिक, दोनों बेहद खुश थे और हनीमून की प्लानिंग पहले से थी। लेकिन गुवाहाटी, कामाख्या मंदिर जाने के बाद अचानक उनका संपर्क टूट गया। राजा की लाश मिलने और सोनम के जीवित मिलने ने इस केस को पूरी तरह उलझा दिया।
फिलहाल सोनम रघुवंशी को गाजीपुर से गिरफ्तार कर मेघालय लाया जा रहा है, जहां उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि सोनम की गिरफ्तारी के बाद इस हत्या की परत-दर-परत सच्चाई सामने आएगी।