Meghalaya Honeymoon Murder: वे 3 लोग थे… कैसे एक टूरिस्ट गाइड ने सोनम का पूरा राज खोल दिया
इंदौर से मेघालय तक की रहस्यमयी कहानी

इंदौर के राजा रघुवंशी की मेघालय में हत्या की गुत्थी ने अब नया मोड़ ले लिया है। हनीमून के लिए निकले नवविवाहित जोड़े की यह कहानी अब हत्या के आरोपों और गिरफ्तारियों में तब्दील हो गई है। राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी को आखिरकार उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है, जहां वह खुद पुलिस के पास सरेंडर करने पहुंची थी। उसके साथ तीन और संदिग्धों की गिरफ्तारी हुई है, जबकि एक आरोपी अभी भी फरार बताया जा रहा है।
टूरिस्ट गाइड की चौंकाने वाली गवाही

इस केस की जांच में एक टूरिस्ट गाइड की भूमिका बेहद अहम रही। पीटीआई-भाषा की रिपोर्ट के अनुसार, मावलखियात के गाइड अल्बर्ट पडे ने बताया कि 23 मई को सुबह 10 बजे के आसपास उसने राजा और सोनम को तीन अन्य लोगों के साथ 3,000 सीढ़ियों पर चढ़ते हुए देखा था। यह जगह नोंगरियात से मावलखियात की ओर जाती है।
अल्बर्ट ने दंपत्ति को पहचान लिया क्योंकि उसने पिछले दिन दोनों को ‘लिविंग रूट्स ब्रिज’ के बारे में बताते हुए देखा था, हालांकि उन्होंने मना कर दिया था और किसी अन्य गाइड को हायर किया था। खास बात यह थी कि उन तीन अन्य लोगों में से कोई भी स्थानीय नहीं था – सभी हिंदी में बात कर रहे थे, जिससे अंदाजा लगाया गया कि वे बाहरी थे।
सोनम के सरेंडर से खुला केस

मेघालय पुलिस की जांच और परिवार की CBI जांच की मांग के बीच सोनम ने यूपी के गाजीपुर में सरेंडर कर दिया। पुलिस के अनुसार, वह लगातार जांच के दायरे में थी और पूछताछ का दबाव उस पर बढ़ता जा रहा था। सरेंडर के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया और तीन अन्य साथियों को भी हिरासत में लिया गया।

एक आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। सोनम के पिता जहां बेटी की बेगुनाही का दावा कर रहे हैं, वहीं राजा के परिवार का कहना है कि अगर वह दोषी पाई जाती है तो उसे सख्त सजा मिलनी चाहिए।
कैसे मिला राजा का शव?

राजा का शव वेइसाडोंग फॉल्स के पास एक खाई में बरामद हुआ था। उनकी एक सोने की अंगूठी और चेन गायब थी, जिससे पुलिस को हत्या का शक और मजबूत हुआ। घटनास्थल के पास खून से सना एक चाकू भी बरामद हुआ और उसी क्षेत्र में कपल के इस्तेमाल जैसा एक रेनकोट भी मिला, जिससे पूरा घटनाक्रम साफ होने लगा।
सोनम की हरकतों से पहले ही शक गहरा गया था
राजा और सोनम की शादी 11 मई को हुई थी। दोनों 20 मई को मेघालय के लिए रवाना हुए और 22 मई को किराए के स्कूटर पर मावलखियात पहुंचे। 24 मई को उनका स्कूटर शिलांग-से-सोहरा रोड के किनारे एक कैफे के पास लावारिस हालत में मिला। इसके बाद से ही उनकी तलाश शुरू हो गई थी।
गौरतलब है कि अगर सोनम इस हत्या में दोषी साबित होती है, तो यह केवल हत्या का मामला नहीं रहेगा बल्कि एक सुनियोजित साजिश और विश्वासघात का उदाहरण बनेगा।
मामला क्यों बना राष्ट्रीय सुर्खी?
- नवविवाहित जोड़ा
- हनीमून ट्रिप
- पहाड़ी इलाका और खूबसूरत वादियां
- शव खाई में
- गोल्ड जूलरी गायब
- हिंदी भाषी संदिग्ध
- टूरिस्ट गाइड की चश्मदीद गवाही
इन सभी कारणों ने इस केस को न केवल मेघालय या इंदौर तक सीमित रखा बल्कि राष्ट्रीय मीडिया की सुर्खियों में ला दिया।