Chief Engineer ओडिशा में भ्रष्टाचार पर बड़ी कार्रवाई चीफ इंजीनियर के घर RAID, खिड़की से फेंके गए नोट
ओडिशा में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही मुहिम के तहत विजिलेंस विभाग ने एक बेहद सनसनीखेज कार्रवाई को अंजाम दिया है। राज्य के आरडब्ल्यू विभाग (Rural Works Department) के चीफ इंजीनियर बैकुंठ नाथ सारंगी के खिलाफ की गई इस रेड में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। सबसे हैरान करने वाला दृश्य तब सामने आया जब इंजीनियर ने विजिलेंस टीम को आता देख खिड़की से नोटों की गड्डियां फेंक दीं। इसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

7 ठिकानों पर एकसाथ छापा
विजिलेंस विभाग ने बैकुंठ नाथ सारंगी के 7 अलग-अलग ठिकानों पर एक साथ छापा मारा। ये ठिकाने भुवनेश्वर, अंगुल और पिपिली में स्थित थे। छापेमारी टीम में कुल 8 डीएसपी, 12 इंस्पेक्टर, 6 एएसआई और अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे। ये कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति के मामले में की गई।
छापेमारी के प्रमुख ठिकाने:
- करदगड़िया, अंगुल: दो मंजिला मकान
- पीडीएन एक्सोटिका, डुमडुमा, भुवनेश्वर: एक फ्लैट
- सिउला गांव, पिपिली, पुरी: एक फ्लैट
- शिक्षकपाड़ा, अंगुल: रिश्तेदार का घर
- लोकेईपासी गांव, अंगुल: पैतृक घर
- मटियासाही, अंगुल: दो मंजिला पैतृक मकान
- मुख्य अभियंता कार्यालय, भुवनेश्वर: चेम्बर
2.1 करोड़ कैश की बरामदगी

अब तक की जानकारी के अनुसार, रेड में कुल ₹2.1 करोड़ की नकदी बरामद हुई है।
- भुवनेश्वर स्थित फ्लैट से ₹1 करोड़
- अंगुल स्थित घर से ₹1.1 करोड़
विजिलेंस अधिकारियों के अनुसार, इतनी बड़ी मात्रा में नकदी को गिनने के लिए नोट गिनने वाली मशीनें मंगवाई गई हैं।
वायरल VIDEO: खिड़की से फेंक रहे थे नोटों की गड्डियां

सबसे चौंकाने वाला घटनाक्रम तब हुआ जब टीम भुवनेश्वर के पीडीएन एक्सोटिका अपार्टमेंट में पहुंची। जैसे ही सारंगी को रेड की भनक लगी, उन्होंने ₹500 के नोटों की गड्डियां खिड़की से बाहर फेंकना शुरू कर दिया। उनका उद्देश्य साफ था—अवैध नकदी को छिपाना। लेकिन सतर्क विजिलेंस टीम ने इन गड्डियों को गवाहों की मौजूदगी में जब्त कर लिया। इसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
जांच जारी, खुल सकते हैं और राज़
विजिलेंस टीम सिर्फ नकदी तक ही सीमित नहीं है। अब अधिकारी बैकुंठ नाथ सारंगी के बैंक अकाउंट्स, निवेश, प्रॉपर्टीज़ और अन्य आर्थिक स्रोतों की भी गहनता से जांच कर रहे हैं। संभावना है कि आगे चलकर इससे भी बड़े खुलासे सामने आएंगे।
ओडिशा सरकार की “जीरो टॉलरेंस” नीति
यह कार्रवाई ओडिशा सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का एक बड़ा उदाहरण मानी जा रही है। राज्य सरकार पहले भी कई अधिकारियों के खिलाफ इसी तरह की सख्त कार्रवाई कर चुकी है।
सोशल मीडिया पर जनता का गुस्सा
इस घटना से जुड़े वीडियो सामने आने के बाद जनता में गुस्सा है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि ऐसे अधिकारी कैसे सिस्टम का हिस्सा बने हुए हैं और कैसे इतने सालों से इतनी संपत्ति जोड़ते रहे।
भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मजबूत संदेश
यह कार्रवाई न केवल बैकुंठ नाथ सारंगी के खिलाफ है बल्कि पूरे सिस्टम को एक कड़ा संदेश देती है कि भ्रष्टाचार किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विजिलेंस की कार्रवाई से यह साफ है कि आने वाले दिनों में और भी अधिकारी रडार पर हो सकते हैं।
ओडिशा में चीफ इंजीनियर के ठिकानों पर RAID, खिड़की से नोटों की गड्डी फेंकने लगा अफसर
ओडिशा में भ्रष्टाचार के खिलाफ की जा रही बड़ी कार्रवाई के तहत विजिलेंस विभाग ने आरडब्ल्यू विभाग के चीफ इंजीनियर बैकुंठ नाथ सारंगी के कई ठिकानों पर छापेमारी की है। इस छापेमारी में करोड़ों की नकदी बरामद की गई है और अब एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें सारंगी को खिड़की से नोटों की गड्डी फेंकते हुए देखा जा सकता है।
छापेमारी भुवनेश्वर, अंगुल और पिपिली समेत कुल 7 ठिकानों पर की गई, जिनमें उनके निवास स्थान, रिश्तेदारों के घर और ऑफिस भी शामिल हैं। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार और आय से अधिक संपत्ति रखने के आरोपों के तहत की गई।
छापा पड़ते ही शुरू हुआ नोट फेंकने का खेल
भुवनेश्वर के पीडीएन एक्सोटिका अपार्टमेंट में जब विजिलेंस टीम पहुंची, तो वहां मौजूद बैकुंठ नाथ सारंगी ने ₹500 के नोटों की गड्डियां खिड़की से बाहर फेंकनी शुरू कर दीं। उनका मकसद अवैध रूप से छिपाई गई नकदी को नष्ट करना था। लेकिन सतर्कता टीम ने तुरंत हरकत में आते हुए इन नोटों को जब्त कर लिया।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गवाहों की मौजूदगी में इन नोटों की गिनती की गई और सभी को रिकॉर्ड में दर्ज किया गया। इस तरह की हरकत से यह साफ हो गया कि इंजीनियर जानता था कि उसके पास मौजूद नकदी अवैध है और वह उसे छुपाना चाहता था।
अब तक कितनी नकदी मिली?
- भुवनेश्वर स्थित फ्लैट से ₹1 करोड़ नकद
- अंगुल स्थित दो मंजिला मकान से ₹1.1 करोड़ नकद
- नोटों की गिनती के लिए मशीनें मंगवाई गईं
- अब तक कुल ₹2.1 करोड़ नकदी बरामद
विजिलेंस अधिकारियों का कहना है कि नोटों की गिनती अभी जारी है और छापेमारी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद इस रकम में और बढ़ोतरी हो सकती है।
किन जगहों पर हुई छापेमारी?
- करदगड़िया, अंगुल में दो मंजिला मकान
- पीडीएन एक्सोटिका, डुमडुमा, भुवनेश्वर में फ्लैट
- पिपिली, पुरी में सिउला गांव का फ्लैट
- अंगुल के शिक्षकपाड़ा में रिश्तेदार का घर
- लोकेईपासी गांव, अंगुल में पैतृक घर
- मटियासाही, अंगुल में दो मंजिला पैतृक मकान
- भुवनेश्वर स्थित मुख्य अभियंता कार्यालय का चेम्बर
विजिलेंस की टीम में कौन-कौन थे शामिल?
- 8 डीएसपी
- 12 इंस्पेक्टर
- 6 एएसआई
- अन्य तकनीकी और वित्तीय अधिकारी
मामले की जांच किस आधार पर शुरू हुई?
विजिलेंस विभाग ने यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति के संदेह के आधार पर की। बैकुंठ नाथ सारंगी की जीवनशैली और संपत्तियों के बारे में लगातार शिकायतें मिल रही थीं। प्रारंभिक जांच में यह संकेत मिले थे कि उन्होंने अपनी आय के ज्ञात स्रोतों से कहीं अधिक संपत्ति जुटाई है। इसके बाद विभाग ने सर्च वारंट के साथ छापेमारी की प्रक्रिया शुरू की।
क्या हो सकती हैं आगे की कार्रवाई?
विजिलेंस टीम अब बैंक खातों, प्रॉपर्टी डील्स, निवेश और अन्य वित्तीय दस्तावेजों की जांच करेगी। अगर इसमें घोटाले या कालेधन का कोई मजबूत सुराग मिलता है तो बैकुंठ नाथ सारंगी के खिलाफ PMLA के तहत भी कार्रवाई की जा सकती है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्ती की मिसाल
ओडिशा सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। इस नीति के तहत कई बड़े अधिकारियों पर कार्रवाई हो चुकी है। इस ताज़ा छापेमारी को भी उसी अभियान का हिस्सा माना जा रहा है। सरकार चाहती है कि किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार करने वालों को बख्शा न जाए, चाहे वह कितना भी ऊंचे पद पर क्यों न बैठा हो।
वीडियो वायरल, जनता में आक्रोश
बैकुंठ नाथ सारंगी के खिड़की से नोट फेंकने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। जनता इस तरह के भ्रष्टाचार से आहत है और सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग कर रही है। आम लोगों का कहना है कि ऐसे अधिकारियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई और ऐसा करने की हिम्मत न करे।
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