Operation Sindoor में पाकिस्तान को हुआ करारा नुकसान, 9 विमान, C-130 और दर्जनों ड्रोन तबाह – भारतीय एयरफोर्स की सर्जिकल स्ट्राइक जैसी कार्रवाई

नई दिल्ली:
भारत और पाकिस्तान के बीच मई की शुरुआत में हुए सैन्य संघर्ष के बाद सामने आई रिपोर्ट्स से यह साफ हो गया है कि ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के तहत भारत ने पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुँचाया है। इस कार्रवाई में भारतीय सेना और वायुसेना ने पाकिस्तान के एयरबेस, सैन्य ड्रोन और अत्याधुनिक विमानों को निशाना बनाते हुए उन्हें तबाह कर दिया।
सूत्रों के अनुसार, इस सटीक सैन्य अभियान में भारतीय वायुसेना ने न सिर्फ 6 पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों को मार गिराया, बल्कि दो हाई वैल्यू एयरबॉर्न सर्विलांस एयरक्राफ्ट, C-130 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट और 10 से अधिक ड्रोन को भी तबाह कर दिया।
एयरबेस पर करारी मार, 6 लड़ाकू विमान तबाह

सूत्रों का कहना है कि भारतीय सेना ने यह कार्रवाई पाकिस्तान के पंजाब प्रांत और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में की। मुठभेड़ के दौरान 6 पाकिस्तानी एयर फोर्स (PAF) के फाइटर जेट्स को भारतीय वायु रक्षा इकाइयों ने एयर-टू-एयर कॉम्बैट में गिराया। इन विमानों के नष्ट होने की पुष्टि भारतीय रडार ट्रैकिंग सिस्टम, ग्राउंड-बेस्ड मिसाइल सिस्टम और थर्मल सिग्नेचर डिटेक्शन से हुई।
ये कार्रवाई भारतीय वायुसेना की सतर्कता और तकनीकी श्रेष्ठता का उदाहरण है, जहां बिना ज़मीन पर पैर रखे दुश्मन के बड़े सैन्य संसाधनों को खत्म कर दिया गया।

हाई वैल्यू टारगेट्स का सफाया: AEW&C और ECM विमान भी मारे गए
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, भारत की इस सैन्य प्रतिक्रिया में एक बड़ा टारगेट एक एयरबॉर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल (AEW&C) या इलेक्ट्रॉनिक काउंटरमेजर (ECM) एयरक्राफ्ट था, जिसे भारतीय स्ट्राइक सिस्टम ‘सुदर्शन’ का उपयोग कर 300 किलोमीटर की दूरी से टारगेट किया गया और नष्ट कर दिया गया।
इस तरह की एयरबॉर्न प्रणाली पाकिस्तान की रियल-टाइम मॉनिटरिंग और लड़ाई के संचालन में बेहद अहम होती है। इसका नष्ट होना पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम के लिए एक बहुत बड़ा झटका है।
पाकिस्तान का C-130 हरक्यूलस एयरक्राफ्ट भी हुआ तबाह
सूत्रों की मानें तो ऑपरेशन के दौरान एक विशेष ड्रोन स्ट्राइक में पाकिस्तान का C-130 हरक्यूलस ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट भी तबाह कर दिया गया। यह विमान उस समय मुल्तान के पास एक अग्रिम एयरबेस पर लॉजिस्टिक मिशन में लगा हुआ था।
यह कार्रवाई न केवल रणनीतिक थी, बल्कि पाकिस्तान की लॉजिस्टिक सप्लाई चेन पर भी सीधा हमला था, जिससे आगे की कार्रवाई में उसे बाधा आई।
चीन निर्मित UCAV ड्रोन भी बने निशाना
भारतीय वायुसेना ने इस ऑपरेशन में मानव रहित हवाई प्रणालियों को भी निशाना बनाया। राफेल और Su-30 फाइटर जेट्स की मदद से एक ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान में स्थित विंग लूंग सीरीज के मध्यम ऊंचाई वाले ड्रोन के हैंगर को टारगेट कर नष्ट कर दिया गया।
इस हमले में लगभग 10 से ज्यादा UCAV ड्रोन नष्ट कर दिए गए। ये ड्रोन चीन द्वारा पाकिस्तान को दिए गए थे और इनमें लंबी दूरी तक निगरानी एवं हमले की क्षमता थी।
भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने भी दिखाया दम
सिर्फ हमले ही नहीं, भारत की वायु रक्षा प्रणाली ने भी इस संघर्ष के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। राजस्थान और जम्मू-कश्मीर के सेक्टरों में तैनात भारतीय एयर डिफेंस यूनिट्स ने कई पाकिस्तानी UCAVs को भारतीय सीमा में प्रवेश करते समय पहचान कर उन्हें हवा में ही मार गिराया।
इससे यह भी साबित होता है कि भारत अब सिर्फ ‘रिएक्ट’ नहीं करता बल्कि ‘प्रोएक्टिव’ मोड में भी है।
ऑपरेशन सिंदूर: रणनीति, शक्ति और संदेश
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारतीय सैन्य ताकत का वह रूप है जो दुश्मन की गतिविधियों का न सिर्फ जवाब देता है बल्कि आगे की रणनीतियों को भी कमजोर करता है। यह ऑपरेशन उन तमाम गतिविधियों के विरुद्ध है जो पाकिस्तान द्वारा सीमाओं पर की जाती हैं — चाहे वो घुसपैठ हो, ड्रोन भेजना हो या आतंकियों को शह देना।
इस ऑपरेशन के ज़रिए भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब वह सीमाओं पर किसी भी प्रकार की उकसावे की कार्रवाई को सहन नहीं करेगा और सटीक जवाब देगा।
NDTV की रिपोर्ट ने की पुष्टि
NDTV की विशेष रिपोर्ट में ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए यह साफ किया गया कि भारत ने पाकिस्तान के हाई वैल्यू टारगेट्स को निशाना बनाया और सफलतापूर्वक उन्हें खत्म किया। भारत के पास ऐसे मिसाइल और स्ट्राइक सिस्टम हैं जो 300 किलोमीटर दूर बैठे दुश्मन को भी अचूकता से खत्म कर सकते हैं।
NDTV की रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि ये हमले पूर्णतः प्लान किए गए थे और किसी भी नागरिक या आम संरचना को नुकसान नहीं पहुंचाया गया।
भविष्य के लिए क्या संकेत देता है ऑपरेशन सिंदूर?
यह ऑपरेशन न केवल एक सामरिक सफलता है बल्कि यह भारत की विदेश और रक्षा नीति में आए बदलाव का संकेत भी है। अब भारत सिर्फ रक्षात्मक नहीं बल्कि आक्रामक रणनीति अपना रहा है जहां दुश्मन के ठिकानों पर पहले प्रहार करने की नीति अपनाई जा रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान को इससे उबरने में लंबा समय लगेगा क्योंकि ऐसे नुकसान से न सिर्फ हथियार बल्कि मनोबल भी टूटता है।
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