PM Modi चिनाब ब्रिज और वंदे भारत के उद्घाटन पर सियासत भी तेज, जब पीएम मोदी ने उमर को ‘हल्के से सुना’ दिया

कटरा:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर में कई महत्वपूर्ण रेल प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन किया, जिनमें चिनाब नदी पर बना दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज और कटरा से श्रीनगर तक चलने वाली वंदे भारत ट्रेन प्रमुख हैं। इस ऐतिहासिक मौके पर उनके साथ राज्य के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद थे।
हालांकि इस उद्घाटन के मंच पर केवल रेल विकास की बातें नहीं हुईं, बल्कि इसमें राजनीतिक चुटकियां और पुराने बयानों पर व्यंग्य भी देखने को मिला। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में उमर अब्दुल्ला के एक बयान का ज़िक्र करते हुए ऐसा जवाब दिया कि रैली में मौजूद लोग तालियों से गूंज उठे।

उमर अब्दुल्ला ने जताई पुरानी उम्मीदें
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपने भाषण में बताया कि जब वह 8वीं कक्षा में पढ़ते थे, तब इस रेल प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई थी। उन्होंने कहा,
“अब मेरी उम्र 55 साल हो गई है, मेरे बच्चे कॉलेज पास कर चुके हैं, और अब जाकर यह प्रोजेक्ट पूरा हुआ है। अगर मैंने अटल बिहारी वाजपेयी जी का जिक्र नहीं किया, तो यह गलत होगा, क्योंकि उन्होंने ही इस प्रोजेक्ट को नेशनल इंपोर्टेंस का दर्जा दिया था।”
उमर ने यह भी जोड़ा कि चिनाब ब्रिज का उद्घाटन जम्मू-कश्मीर की तकदीर बदलने वाला है। उन्होंने कहा कि जैसे लोग पैरिस में एफिल टावर देखने जाते हैं, वैसे ही लोग अब इस ब्रिज को देखने आएंगे।
पीएम मोदी का ‘हल्का’ कटाक्ष
पीएम मोदी ने जब मंच संभाला, तो उन्होंने उमर अब्दुल्ला के उसी बयान को संदर्भित करते हुए चुटकी ली। उन्होंने कहा,
“मैंने अभी उमर अब्दुल्ला जी का भाषण सुना। उन्होंने कहा कि जब वह 7वीं या 8वीं कक्षा में थे, तब इस प्रोजेक्ट का सपना देखा था। आज वह पूरा हो गया है। और ये भी हकीकत है कि जितने अच्छे काम हैं ना, वो मेरे लिए ही बाकी रहे हैं।”
पीएम मोदी की यह टिप्पणी स्पष्ट रूप से एक व्यंग्य थी, जो यह जताती थी कि पिछली सरकारों ने केवल योजनाएं बनाईं, जबकि उनके शासनकाल में वे योजनाएं धरातल पर उतरीं।
विकास की नई रफ्तार और भावनात्मक जुड़ाव

प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान यह भी कहा कि देश के कई हिस्सों की तरह जम्मू-कश्मीर में भी पीढ़ियां रेल कनेक्टिविटी का सपना देखते-देखते गुजर गईं। उन्होंने कहा,
“यह ब्रिज सिर्फ स्टील और सीमेंट का ढांचा नहीं है, यह पीर पंजाल की पहाड़ियों पर खड़ी भारत की शक्ति की जीवंत झलक है। यह भारत की ताकत की सिंह गर्जना है।”
पीएम ने आगे कहा कि चिनाब ब्रिज और अंजी ब्रिज भारत के इंजीनियरिंग कौशल का प्रतीक हैं। अंजी ब्रिज भारत का पहला केबल सपोर्टेड रेलवे ब्रिज है, जो इस क्षेत्र को तकनीकी दृष्टिकोण से भी मजबूत बनाता है।
पर्यटन को मिलेगी नई उड़ान
उमर अब्दुल्ला के एफिल टावर वाले बयान पर पीएम मोदी ने भले सीधे टिप्पणी नहीं की, लेकिन उन्होंने यह ज़रूर कहा कि ये ब्रिज सिर्फ यातायात का साधन नहीं, बल्कि पर्यटकों को भी आकर्षित करेंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि चिनाब ब्रिज आने वाले दिनों में एक बड़ा सेल्फी पॉइंट और टूरिस्ट डेस्टिनेशन बन सकता है।
राजनीतिक संदेश भी साफ
पीएम मोदी के कटाक्ष में केवल हास्य नहीं, एक स्पष्ट राजनीतिक संदेश भी था। उनका इशारा था कि पिछली सरकारों ने विकास योजनाओं को या तो अधूरा छोड़ दिया या उन्हें केवल भाषणों तक सीमित रखा, जबकि उनकी सरकार ने उन कार्यों को पूरा किया जो दशकों से रुके हुए थे।
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का भी जिक्र किया, यह दिखाने के लिए कि बीजेपी की सरकारों की योजनाएं दूरदर्शी होती हैं और उनका समापन भी बीजेपी के नेतृत्व में होता है।
जनता का उत्साह चरम पर
कटरा में आयोजित रैली में हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे, जिन्होंने पीएम मोदी के भाषण पर तालियों की गड़गड़ाहट के साथ प्रतिक्रिया दी। चिनाब ब्रिज और वंदे भारत एक्सप्रेस जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स के पूरा होने से जम्मू-कश्मीर में न केवल यातायात बेहतर होगा, बल्कि आर्थिक और सामाजिक विकास को भी नई दिशा मिलेगी।
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