Sikkim Honeymoon Couple एक और नवविवाहित जोड़ा लापता, परिजन बोले – “एक चप्पल तक नहीं मिली”

सिक्किम की हसीन वादियों में हनीमून मनाने गए उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के नवविवाहित जोड़े की जिंदगी अचानक से एक भयानक हादसे में उलझ गई है। कौशलेंद्र प्रताप सिंह और उनकी पत्नी अंकिता सिंह 11 दिन से लापता हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस सुराग नहीं मिला है। यह हादसा 29 मई को हुआ जब उनका वाहन 1000 फीट गहरी खाई में गिर गया।
हादसे के 11 दिन बाद भी खाली हाथ सर्च ऑपरेशन

इस हादसे के बाद से सिक्किम में रेस्क्यू टीम लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है। लेकिन कौशलेंद्र और अंकिता का न कोई सामान मिला है, न ही उनका कोई सुराग। परिजनों का दर्द इस हद तक बढ़ गया है कि अब सोशल मीडिया और नेताओं के जरिए वे केंद्र और राज्य सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि खोज अभियान को और तेज किया जाए।
कौशलेंद्र और अंकिता का आखिरी संपर्क

अंकिता के पिता विजय सिंह डब्बू ने बताया कि 29 मई को आखिरी बार बेटी से बात हुई थी। बातचीत सामान्य थी और अंकिता बहुत खुश लग रही थी। लेकिन इसके बाद से ही न तो बेटी का फोन लगा और न ही कोई संपर्क हुआ। 5 मई को ही दोनों की शादी हुई थी और 25 मई को वे हनीमून के लिए सिक्किम रवाना हुए थे।
दो लोग बचे, लेकिन कौशलेंद्र-अंकिता का कोई सुराग नहीं

हादसे में जिस ट्रैवलर वाहन में यह जोड़ा सवार था, उसमें अन्य यात्री भी थे। उनमें से दो लोगों को बचा लिया गया है, जिनमें से एक ICU में और एक सामान्य वार्ड में भर्ती हैं। दोनों ने यह पुष्टि की है कि कौशलेंद्र और अंकिता उसी वाहन में थे। बावजूद इसके रेस्क्यू टीम को अब तक न उनका फोन, न बैग, न जूते और न ही कोई भी निजी सामान मिला है।
“एक चप्पल तक नहीं मिली”: पिता की अपील
कौशलेंद्र के पिता शेर बहादुर सिंह का कहना है, “11 दिन से हम उम्मीद लगाए बैठे हैं कि कोई खबर आएगी। लेकिन अब तक न बेटे का और न बहू का कोई सामान मिला है। जो कुछ मिला, वो सब किसी और का था। एक चप्पल तक नहीं मिली।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सोशल मीडिया पर भावुक अपील की है कि सर्च ऑपरेशन को तेज किया जाए।
दादा की नाराजगी और सिस्टम पर सवाल
कौशलेंद्र के दादा और भाजपा नेता डॉ. उम्मेद सिंह ‘इन्सान’ ने सरकार की चुप्पी पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा, “मैंने राज्यपाल, मुख्यमंत्री, गृह मंत्री और पीएमओ तक संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई ठोस जवाब नहीं मिला। पार्टी में वर्षों से सेवा करने के बाद भी इस संकट में कोई पूछने तक नहीं आया।”
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि, “ओडिशा में जब हादसा हुआ, तो वहां की सरकार तुरंत हरकत में आई। लेकिन हमारे मामले में केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार ने कोई संज्ञान नहीं लिया।”
सोशल मीडिया पर जनता की भावुक अपील
यह मामला अब सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया है। लोग #FindKaushalendraAnkita जैसे हैशटैग के साथ ट्वीट कर रहे हैं और सरकार से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। फेसबुक और इंस्टाग्राम पर दोनों की तस्वीरें शेयर कर लोग उनके सुरक्षित लौटने की कामना कर रहे हैं।
सिक्किम प्रशासन की प्रतिक्रिया
स्थानीय प्रशासन का कहना है कि कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद सर्च ऑपरेशन जारी है। पहाड़ी इलाका, गहराई और मौसम की अनिश्चितता के कारण कार्य में बाधा आ रही है, लेकिन वे हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
दूसरा मामला, लेकिन अलग अंजाम
इस घटना से पहले भी मध्यप्रदेश के राजा और सोनम का मामला सामने आया था। वे भी सिक्किम में हनीमून पर गए थे। राजा का शव पहले ही बरामद कर लिया गया था, लेकिन सोनम सुरक्षित गाजीपुर (यूपी) में मिल गई। हालांकि वह मामला आपसी विवाद का था, लेकिन कौशलेंद्र और अंकिता की गुमशुदगी पूरी तरह से हादसे से जुड़ी है।
शादी के कुछ दिन बाद ही टूटी खुशियों की डोर
यह घटना जितनी दर्दनाक है, उतनी ही चिंताजनक भी। 5 मई को शादी हुई थी, परिवार में खुशियों का माहौल था। लेकिन आज 11 दिन से परिवार शोक में है। हर दिन यह डर और बढ़ जाता है कि कहीं अब कुछ भी पता न चले।
सरकार से मदद की उम्मीद
परिजन हर स्तर पर सरकार से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री इस मामले में हस्तक्षेप करेंगे। लोगों का कहना है कि ऐसे मामलों में तकनीकी सहायता, ड्रोन और सेना की मदद ली जानी चाहिए।