नई दिल्ली: राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने चक्रवात ‘दाना’ के संभावित खतरों को देखते हुए ओडिशा और पश्चिम बंगाल समेत पांच राज्यों में कुल 56 टीमों को तैनात किया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, चक्रवात 24 और 25 अक्टूबर के बीच ओडिशा के तट से टकरा सकता है। इसे देखते हुए सरकार ने तटीय क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
चक्रवात ‘दाना’ से निपटने के लिए तटरक्षक बल तैयार
चक्रवात ‘दाना’ से उत्पन्न होने वाली संभावित आपदाओं से निपटने के लिए भारतीय तटरक्षक बल को हाई अलर्ट पर रखा गया है। रक्षा मंत्रालय ने बताया है कि तटरक्षक बल के जहाजों और विमानों को समुद्र में किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैनात किया गया है।
“चक्रवात 24-25 अक्टूबर के बीच ओडिशा के भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान और धामरा बंदरगाह के बीच तट से टकराने की संभावना है, और उस दौरान 120 किमी प्रति घंटे की गति से हवाएं चल सकती हैं।”
मछुआरों को दी गई चेतावनी
तटरक्षक बल ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटवर्ती क्षेत्रों में मछुआरों और नाविकों को नियमित रूप से चेतावनी दी है। उन्हें तुरंत समुद्र से वापस आने और सुरक्षित आश्रय लेने की सलाह दी गई है। इसके लिए तटरक्षक के जहाज और विमानों से लगातार अलर्ट प्रसारित किए जा रहे हैं।
एनडीआरएफ की 56 टीमें तैनात
एनडीआरएफ ने राहत और बचाव कार्यों के लिए ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में 56 टीमों की तैनाती की है। ये टीमें तटीय इलाकों में बचाव कार्य और सहायता प्रदान करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
मौसम विभाग ने दी चेतावनी
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चक्रवात ‘दाना’ के प्रभाव से ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश और तेज हवाओं की संभावना जताई है। चक्रवात के दौरान 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। इसके चलते इन क्षेत्रों में बाढ़ और अन्य आपदाओं का खतरा भी मंडरा रहा है।
रेल यातायात पर भी पड़ेगा असर
चक्रवात के मद्देनजर पूर्वी रेलवे ने सियालदह मंडल में 190 लोकल ट्रेनों को रद्द कर दिया है। यह कदम यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एहतियाती उपाय के रूप में उठाया गया है। सियालदह दक्षिण और हसनाबाद खंड में बृहस्पतिवार रात 8 बजे से शुक्रवार सुबह 10 बजे तक ट्रेनों का परिचालन प्रभावित रहेगा।
तटरक्षक बल की विशेष टीमें स्टैंडबाय पर
तटरक्षक बल ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में अपनी आपदा राहत टीमों को स्टैंडबाय पर रखा है। ये टीमें सहायता, बचाव, और राहत कार्यों में तेजी से तैनात की जा सकेंगी। समुद्र में किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए विशेष तैयारियां की गई हैं।
बंगाल के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना
चक्रवात ‘दाना’ के असर से दक्षिण बंगाल के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। IMD के अनुसार, चक्रवात का प्रभाव 24 अक्टूबर की रात से शुरू होकर 25 अक्टूबर की सुबह तक जारी रहेगा।
राहत और बचाव कार्यों के लिए तटीय क्षेत्रों में विशेष तैयारी
ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में स्थानीय प्रशासन ने राहत और बचाव कार्यों के लिए सभी आवश्यक तैयारियां कर ली हैं। तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम तेजी से किया जा रहा है।
प्रशासन ने की लोगों से अपील
प्रशासन ने तटीय क्षेत्रों के निवासियों से अपील की है कि वे बिना आवश्यकता के घर से बाहर न निकलें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। इसके साथ ही उन्हें बाढ़ और अन्य आपदाओं से बचने के लिए सभी एहतियाती उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं।