Maharashtra Heavy Rain अलर्ट मुंबई में 28 जून तक हाई टाइड की चेतावनी

महाराष्ट्र के कई इलाकों में झमाझम बारिश होगी। प्रदेश के कई जिलों में झमाझम बारिश हो सकती है। मुंबई में हाई टाइड की चेतावनी जारी की गई है।
महाराष्ट्र के कई जिलों में अगले 48 घंटे के दौरान भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। रत्नागिरी, रायगढ़ और सिंधुदुर्ग और मुंबई, ठाणे और पालघर के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग ने 24 जून से अगले पांच दिनों में कोंकण और विदर्भ क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। मराठवाड़ा में भी भारी बारिश की उम्मीद है। हालांकि विदर्भ में शुरुआत में तुलनात्मक रूप से कम बारिश हुई, लेकिन इसकी तीव्रता बढ़ने की उम्मीद है।

निचले इलाकों में रहने वालों के लिए एडवाइजरी
पुणे में पिछले दो दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही है, जबकि रायगढ़ में कल रात से तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। अलीबाग, मुरुड, पेन, मानगांव और रोहा जैसे तालुकाओं में निचले इलाकों में जलभराव की सूचना है। रायगढ़ जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है और निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

मानसून की शुरुआत के बाद से, राज्य के विभिन्न हिस्सों में लगातार बारिश हुई है। मुंबई में पिछले दो-तीन दिनों से रुक-रुक कर भारी बारिश हो रही है। आईएमडी ने 24 से 28 जून की अवधि के लिए हाई टाइड की चेतावनी जारी की है, जिसके दौरान समुद्र में रोजाना ऊंची लहरें उठने की उम्मीद है।
हाई टाइड की चेतावनी
वहीं, मौसम विभाग ने हाई टाइड की चेतावनी जारी की है। 24 से 28 जून तक रोज़ समंदर में उंची लहरें उठेगी। उंची लहरें यानी 4.5 मीटर से उंची लहरें उठेंगी। सबसे बड़ा हाई टाइड 26 जून को आने की उम्मीद है। हाई टाइड के मद्देनजर बीएमसी ने सभी संबंधित विभागों को अलर्ट रहने का आदेश दिया है। बीएमसी ने कहा है कि हाई टाइड के वक्त लोग समंदर किनारों से दूर रहें। इस साल मॉनसून के दौरान यानी जून से सितंबर के बीच कुल 19 बड़े हाई टाइड आएंगे।
हाई टाइड का समय
- 24 जूनः समय – 11:15 बजे, लहरों की ऊंचाई – 4.59 मीटर
- 25 जूनः समय – दोपहर 12:05 बजे, लहरों की ऊंचाई – 4.71 मीटर
- 26 जूनः समय – दोपहर 12:55 बजे, लहरों की ऊंचाई – 4.75 मीटर
- 27 जूनः समय – दोपहर 01:40 बजे, लहरों की ऊंचाई- 4.73 मीटर
इन जिलों में ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत
- रत्नागिरी: नदियों के जलस्तर में तेजी से वृद्धि की आशंका।
- सिंधुदुर्ग: पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन का खतरा।
- रायगढ़ और ठाणे: पेड़ गिरने और बिजली कटने की घटनाएं सामने आ सकती हैं।
- मुंबई: लोकल ट्रेन और सड़क यातायात पर भारी असर।