Afghanistan Earthquake – अफगानिस्तान भूकंप और पड़ोसी देशों में भूकंप के तेज झटके, जानिए कितनी रही तीव्रता
Afghanistan Earthquake भारत के पड़ोसी देश अफगानिस्तान में एक बार फिर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार, रविवार सुबह 08:54 बजे भूकंप आया जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.2 मापी गई। झटका इतना तेज था कि लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए। यह भूकंप अफगानिस्तान के अलावा पाकिस्तान के कुछ इलाकों में भी महसूस किया गया।

हालांकि अब तक किसी जान-माल के नुकसान की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन लगातार आने वाले भूकंप लोगों में डर और असुरक्षा की भावना पैदा कर रहे हैं। अफगानिस्तान भूकंप
An earthquake with a magnitude of 4.2 on the Richter Scale hit Afghanistan at 08:54:18 IST: National Centre for Seismology pic.twitter.com/NeW4mAtAQH
— ANI (@ANI) May 19, 2025
कई जगहों पर महसूस किए गए कंपन
भूकंप केवल अफगानिस्तान में ही नहीं बल्कि एक ही दिन में कई जगहों पर धरती हिली। सुबह के समय तिब्बत में 3.8, बंगाल की खाड़ी में 4.5 और म्यांमार में 3.9 तीव्रता के भूकंप दर्ज किए गए। अच्छी बात ये रही कि किसी भी देश से किसी बड़े नुकसान की खबर सामने नहीं आई है। – अफगानिस्तान भूकंप
अफगानिस्तान भूकंप की घटनाओं में लगातार हो रही बढ़ोतरी से वैज्ञानिक और विशेषज्ञ भी सतर्क हो गए हैं। वे मानते हैं कि टेक्टोनिक प्लेट्स की हलचलें बढ़ रही हैं, जिससे ऐसे झटके बार-बार महसूस किए जा रहे हैं।
क्यों आते हैं भूकंप?
भूकंप पृथ्वी की सतह के नीचे होने वाली हलचलों के कारण आता है। दरअसल, धरती के अंदर 7 टेक्टोनिक प्लेट्स होती हैं, जो लगातार अपनी जगह बदलती रहती हैं। जब ये प्लेट्स आपस में टकराती हैं या एक-दूसरे के नीचे खिसकती हैं, तो ऊर्जा का प्रवाह होता है। (Afghanistan Earthquake)
यह ऊर्जा जब सतह पर पहुंचती है, तो हमें झटकों के रूप में महसूस होती है। कभी-कभी इन झटकों की तीव्रता इतनी ज्यादा होती है कि बड़ी तबाही का कारण बनती है। खासकर घनी आबादी वाले क्षेत्रों में इसका असर और गंभीर हो सकता है।
भारत में कहां आता है ज्यादा भूकंप?
भारत भूकंप के लिहाज से एक संवेदनशील देश माना जाता है। देश का लगभग 59% भू-भाग भूकंप संभावित क्षेत्रों में आता है। वैज्ञानिकों ने देश को चार भूकंप जोनों—जोन-2, जोन-3, जोन-4 और जोन-5 में बांटा है।
- जोन-5 को सबसे ज्यादा संवेदनशील माना जाता है, जहां सबसे तेज झटके आ सकते हैं।
- जोन-4 में दिल्ली जैसे बड़े शहर आते हैं, जहां भी तीव्रता 7 से ऊपर का भूकंप आ सकता है।
- भारत में उत्तर-पूर्वी राज्य, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और गुजरात का कच्छ इलाका सबसे संवेदनशील माने जाते हैं।
रिक्टर स्केल और भूकंप की तीव्रता
भूकंप की तीव्रता को रिक्टर स्केल पर मापा जाता है। ये माप बताता है कि कंपन कितना तेज है और उसके प्रभाव कितने व्यापक हो सकते हैं। नीचे दिए गए आंकड़ों से आप समझ सकते हैं कि किस तीव्रता पर क्या असर होता है:
- 4.0 – 4.9: हल्का झटका, सामान गिर सकता है
- 5.0 – 5.9: फर्नीचर हिल सकते हैं, हल्की क्षति
- 6.0 – 6.9: इमारतों की नींव में दरार
- 7.0 – 7.9: कई इमारतें गिर सकती हैं
- 8.0 – 8.9: बड़े क्षेत्र में तबाही, सुनामी का खतरा
- 9.0+: व्यापक तबाही, बहुत कम मामलों में आता है
सतर्क रहें, सुरक्षित रहें – अफगानिस्तान भूकंप
हालांकि इस बार अफगानिस्तान में आए भूकंप से किसी तरह की जान-माल की क्षति की खबर नहीं है, फिर भी यह चेतावनी है कि प्राकृतिक आपदाओं के प्रति हमेशा सतर्क रहना चाहिए। जरूरी हो तो समय-समय पर भूकंप से सुरक्षा के उपाय अपनाएं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखा जा सके।
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Source – India tv
Written by Pankaj Chaudhary