गाजा में संघर्ष विराम लागू, तीन घंटे की देरी के बाद इजरायली बंधकों की रिहाई का रास्ता साफ। इजरायली हमलों में आठ लोगों की मौत, हमास ने बंधकों की लिस्ट साझा की। पढ़ें पूरी खबर।
गाजा में संघर्ष विराम लागू, तीन घंटे की देरी से शुरू हुआ
लंबे समय से चले आ रहे हिंसक संघर्ष के बीच रविवार को संघर्ष विराम लागू हो गया। हालांकि, इसे लागू होने में तीन घंटे की देरी हुई। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के निर्देश पर स्थानीय समयानुसार सुबह 11:15 बजे (09:15 GMT और 2:45 PM IST) संघर्ष विराम की शुरुआत हुई। इस दौरान हमास ने रिहा किए जाने वाले पहले तीन इजरायली बंधकों के नाम भी जारी किए।
हालांकि, संघर्ष विराम शुरू होने से पहले गाजा पर इजरायली हमले जारी रहे। गाजा की नागरिक सुरक्षा एजेंसी के अनुसार, इन हमलों में आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि 25 लोग घायल हुए। गाजा के नागरिक सुरक्षा प्रवक्ता महमूद बसल ने बताया कि क्षेत्र के उत्तरी हिस्से में तीन और गाजा शहर में पांच लोग मारे गए।
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इजरायली सेना के हमले और बंधकों की रिहाई पर सहमति
इजरायली सेना ने भी पुष्टि की कि नेतन्याहू के निर्देश पर गाजा पर हमले जारी थे। इस बीच, इजरायल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में 33 बंधकों की तस्वीरें साझा कीं। इजरायल ने लिखा, “हम आप सभी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।”
वहीं, युद्धविराम से पहले नेतन्याहू के कार्यालय की ओर से बयान जारी कर कहा गया कि जब तक बंधकों की सूची साझा नहीं की जाती, संघर्ष विराम शुरू नहीं होगा। हमास ने इस देरी का कारण “तकनीकी समस्याओं” और “क्षेत्रीय स्थिति की जटिलताओं” को बताया।
संघर्ष विराम के बावजूद तनाव बरकरार
तीन घंटे की देरी के बाद आखिरकार हमास ने बंधकों की सूची इजरायल को भेज दी। सूची में तीन इजरायली महिलाओं के नाम शामिल थे। इसके बाद इजरायल ने पुष्टि की कि युद्धविराम तय समय से देरी के बावजूद लागू हो चुका है।
भारत में इजरायल के राजदूत रियुवेन अजार ने इस संघर्ष विराम को सकारात्मक संकेत बताते हुए कहा कि यह इजरायल की बंधकों को रिहा कराने की एक बड़ी सफलता है। उन्होंने भारत द्वारा दिए गए समर्थन के लिए भी धन्यवाद व्यक्त किया।
गाजा में हालात अब भी चिंताजनक
संघर्ष विराम लागू होने के बावजूद गाजा में हालात सामान्य नहीं हैं। इजरायली हमलों के कारण गाजा के कई हिस्सों में तबाही मची हुई है। नागरिक सुरक्षा एजेंसी के अनुसार, संघर्ष के दौरान मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
हालांकि, संघर्ष विराम के बाद बंधकों की रिहाई की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जो इस क्षेत्र में शांति स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।
हमास और इजरायल के बीच तनाव का लंबा इतिहास
गाजा पट्टी में हमास और इजरायल के बीच लंबे समय से तनाव चल रहा है। इस संघर्ष ने न केवल स्थानीय नागरिकों की जान ली है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी चिंता में डाल दिया है। संघर्ष विराम के लागू होने से यह उम्मीद जगी है कि दोनों पक्ष बातचीत के जरिए समस्या का समाधान निकाल सकते हैं।