Indian Student से अमेरिका में अमानवीय व्यवहार, नेवार्क एयरपोर्ट की घटना का वीडियो वायरल

अमेरिका में भारतीय छात्रों के साथ हो रहे व्यवहार को लेकर एक बार फिर चिंता बढ़ गई है। न्यू जर्सी के नेवार्क एयरपोर्ट पर एक भारतीय छात्र के साथ ऐसा व्यवहार किया गया जैसे वह कोई बड़ा अपराधी हो। यह पूरा घटनाक्रम कैमरे में कैद हो गया और इसका वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस घटना ने भारतीय समुदाय को झकझोर कर रख दिया है।
वायरल वीडियो में क्या दिखा?
I witnessed a young Indian student being deported from Newark Airport last night— handcuffed, crying, treated like a criminal. He came chasing dreams, not causing harm. As an NRI, I felt helpless and heartbroken. This is a human tragedy. @IndianEmbassyUS #immigrationraids pic.twitter.com/0cINhd0xU1
— Kunal Jain (@SONOFINDIA) June 8, 2025
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि छात्र जमीन पर गिरा हुआ है और कम से कम चार अमेरिकी अधिकारी उसे पकड़े हुए हैं। दो अधिकारियों ने अपने घुटने उसकी पीठ पर रख दिए हैं, जबकि उसके हाथ-पैरों में हथकड़ी लगी हुई है। छात्र बार-बार चिल्ला रहा है – “मैं पागल नहीं हूं, ये मुझे पागल बना रहे हैं।”

यह वीडियो भारतीय-अमेरिकी उद्यमी कुणाल जैन ने रिकॉर्ड किया था, जो उस समय मौके पर मौजूद थे। उन्होंने यह वीडियो एक्स (पूर्व ट्विटर) पर शेयर करते हुए घटना की जानकारी दी और इसे “मानवीय त्रासदी” करार दिया।
गवाह ने क्या बताया?
We have come across social media posts claiming that an Indian national is facing difficulties at Newark Liberty International Airport. We are in touch with local authorities in this regard.
— India in New York (@IndiainNewYork) June 9, 2025
The Consulate remains ever committed for the welfare of Indian Nationals.@MEAIndia…
कुणाल जैन ने NDTV को बताया कि उन्होंने ऐसी कार्रवाई पहले कभी नहीं देखी, यहां तक कि आतंकवादियों के साथ भी नहीं। उन्होंने कहा कि छात्र थोड़ा घबराया हुआ लग रहा था और हरियाणवी में बात कर रहा था, जिसे अधिकारी समझ नहीं पा रहे थे।
“मैंने अधिकारियों से पूछा कि क्या मैं उनकी मदद कर सकता हूं ताकि छात्र की बात को समझा जा सके, लेकिन उन्होंने मेरी मदद लेने से इनकार कर दिया और अतिरिक्त पुलिस बुला ली,” जैन ने NDTV को बताया।

भाषा और तनाव बना वजह?
कुणाल के अनुसार, छात्र अंग्रेजी जरूर समझता रहा होगा, लेकिन वह तनाव और भ्रम की स्थिति में था, जिस कारण वह हिंदी में बोल रहा था। यह पूरा मामला भाषा की दीवार और मानसिक स्थिति की उपेक्षा का प्रतीक बन गया है।
“कम्युनिकेशन की कमी और अधिकारी की असंवेदनशीलता ने इस स्थिति को बदतर बना दिया,” जैन ने कहा।
निर्वासन से पहले हुई ये घटना

घटना के एक दिन बाद, न्यूयॉर्क स्थित भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा,
“हमने सोशल मीडिया पर देखी गई पोस्ट्स को संज्ञान में लिया है। हम स्थानीय अधिकारियों से संपर्क में हैं और भारतीय नागरिकों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि छात्र को किस कारण निर्वासित किया जा रहा था और उसके साथ ऐसा व्यवहार क्यों किया गया।
सोशल मीडिया पर गुस्सा
इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर भारतीय समुदाय में भारी गुस्सा देखा जा रहा है। हजारों लोगों ने अमेरिकी अधिकारियों की आलोचना की है और इस प्रकार की कार्रवाई को गैर-मानवीय बताया है।
कई लोगों ने अमेरिका में रहने वाले भारतीय छात्रों की सुरक्षा और सम्मान पर सवाल उठाए हैं। भारतीय छात्रों के माता-पिता और रिश्तेदारों में भी चिंता की लहर है।
ट्रंप काल के निर्वासन की याद
यह घटना डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के दौर में हुए सख्त इमिग्रेशन नियमों की याद दिलाती है, जब 100 से अधिक भारतीयों को हथकड़ी और बेड़ियों के साथ निर्वासित किया गया था। उस समय भी यूएस बॉर्डर पेट्रोल द्वारा जारी किए गए वीडियो में ऐसा ही दृश्य देखा गया था।
सरकार से जांच की मांग
अब भारतीय समुदाय अमेरिका में भारत सरकार से मांग कर रहा है कि ऐसे मामलों में कड़ी प्रतिक्रिया दी जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि भारतीय नागरिकों के साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जाए।
कई संगठनों ने मांग की है कि अमेरिका में मौजूद भारतीय दूतावास इस छात्र को तत्काल कानूनी और मानसिक सहयोग उपलब्ध कराए।