Iran Celebration सीजफायर के तीसरे दिन भी गूंजे नारे, ईरान में जीत का उत्सव चरम पर

चाहे वो तिरान हो या बागीशर जनता सड़कों पे उत्सव के रूप में दिखी और आप कह सकते है कि जनता के इस जोश को ईरान के सर्वोच्च नेता अली खाम ने आज पहली बार सीस फायर करी
फिर वो कैमरा पर आए और फिर कैमरा पर आकर उन्होंने कई बड़े ऐलान किए सबसे बड़ा ऐलान उन्होंने कहा अपनी जनता से और दुनिया से की हम ने इजराइल की ताकत को पूरी तौर पर खत्म कर दिया है लेकिन अब हम अमेरिका को आगा कर रहे है और लास्ट चेतावनी दे रहे है अमेरिका ने अगर फिर से दखल दिया ईरान में जो हमला कतर में हुआ था अमेरिकी बेस में उससे कही बड़ा हमला अब अमेरिकन बेसिस पर होगा ये बात खामनी ने की जो सुप्रीम कमांडर भी है एयर फोर्स कमांडर नेवी फ़ौज के उदर इजरायल ने जो पहली बार तबाई की जो वीडियो सामने आ रही है उसे देख कर ऐसा लगता है कि जो राजधानी तेल अवीव में सैकड़ों इमारतें ढह गई है और पहली बार जो जनता है नेतन आहू विरोध में खड़ी हो गई और सबसे बड़ा जो कारण नेतन आहू का जो डिफरेंट सिस्टम था वो अमेरिका का थार सिस्टम था और आयरन ड्रम था ये पूरी तरस से नाकाम रहा और ईरान की जो हाइपर सोनी मिसाइले वो मन चाहिए इमारते जिसमें सैनिक ठिकानों पर इंटेलिजेंट हैंड क्वाटर और इजराइल की मैंन पावर और सैनिक वित्ती को पूरी तरह से ईरान ने तोड़ दिया है

और इसका मलाल ने तनय और ट्रंप को बरसों बरस तक रहेगा हो सकता है जिस तरा से इनके हालत दिख रहे है बेचैनी दिख रही है इजरायल में आने वाले दिन अच्छे नहीं लग रहे है दोस्तो अगर आप खामनायी को देखो और उनका हौसला देखे 86 साल की उम्र में भी वो खामनायी जो बात कर रहे है उससे ऐसा लगता है कि ये जंग अभी खत्म नहीं हुए है और इस जंग में अभी फाइनल राउंड अभी बाकी है फाइनल राउंड हिसाब किताब होना जरूरी है ऐसा मुझे लगता है और इस लिए कहता हु कि अगले हफ्ते से इजरायल ईरान और अमेरिका इनकी बातचीत होने वाली है कुछ कंडीशन अमेरिका की तरफ से रखे जाएंगे और इजरायल से भी और ईरान की तरफ से भी और ईरान की कुछ डिमांड है और बहुत पुरानी डिमांड है और उनकी डिमांड कुछ बड़ी वाजिब है अगर ये डिमांड नहीं मानी अमेरिका ने या इजराइल फिर से कुछ दखल करता है तो ये फाइनल राउंड फिर शुरू हो सकता है इससे पहले कि में बड़ी खबर पर आयु उससे पहले खामनी की जो दिमाड़ है उनको समझना बहुत जरूरी है

ईरान की तीन प्रमुख डिमांड
- इजराइल गाजा से पीछे हटे
- अमेरिका मध्य एशिया में दखल कम करे
- ईरान के परमाणु कार्यक्रम में हस्तक्षेप नहीं