Iran Israel War: इस्फहान में इजरायली हमले में 78 की मौत, जवाब में ईरान ने दागीं 150 मिसाइलें, ऑपरेशन ‘Rising Lion’ से खुली जंग

यरुशलम/तेहरान – ईरान और इजरायल के बीच लंबे समय से चल रहा तनाव अब खुली जंग में बदल गया है। इजरायल ने ईरान के इस्फहान स्थित परमाणु ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की पुष्टि की है, जिसमें अब तक 78 लोगों के मारे जाने और 320 से अधिक के घायल होने की खबर सामने आ रही है। वहीं, जवाबी कार्रवाई में ईरान ने भी पीछे हटने के बजाय आक्रामक रुख अपनाया है और लगभग 150 मिसाइलें इजरायल पर दाग दी हैं, जिसमें अब तक दो इजरायली नागरिकों की मौत की पुष्टि हुई है।
इजरायल ने पहले से तय की थी रणनीति: ऑपरेशन ‘Rising Lion’

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने खुद खुलासा किया है कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम को खत्म करने के लिए यह सैन्य कार्रवाई पिछले साल नवंबर 2024 में ही अनुमोदित कर दी गई थी। इस हमले को “ऑपरेशन राइजिंग लॉयन” का नाम दिया गया है, जिसे असल में अप्रैल 2025 में अंजाम देना तय हुआ था, लेकिन हालिया तनाव और खुफिया जानकारी के बाद इस मिशन को समय से पहले अंजाम दिया गया।
प्रधानमंत्री नेतन्याहू के अनुसार, “यह केवल शुरुआत है। जब तक ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को पूरी तरह बंद नहीं करता, तब तक हम अपने अभियान को जारी रखेंगे।”

इस्फहान में तबाही, रिहायशी इलाके भी चपेट में
ईरानी शहर इस्फहान में हुए हमले में प्रमुख परमाणु साइट को नुकसान पहुंचा है। हालांकि ईरान के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि उनकी एयर डिफेंस प्रणाली ने कई मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया, लेकिन कई रिहायशी इलाकों और एक यूनिवर्सिटी कैंपस पर मिसाइलें गिरने से भारी नुकसान हुआ।

ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी ने बताया कि इस हमले में कई आम नागरिक भी मारे गए हैं और कई की हालत गंभीर बनी हुई है। हॉस्पिटल्स में घायलों की भीड़ लगी हुई है और राजधानी तेहरान से मेडिकल टीमें रवाना की गई हैं।
ईरान का जवाबी हमला, 150 मिसाइलों से दहला इजरायल
इजरायली हमले के तुरंत बाद ईरान ने भी पलटवार किया और अपनी ज़मीन से लगभग 150 बैलिस्टिक मिसाइलें इजरायल की ओर दागीं। मिसाइलों का निशाना मुख्यतः तेल अवीव, हैफा, और यरुशलम के बाहरी इलाके थे।
गवाहों ने बताया कि यरुशलम और उसके आसपास भारी विस्फोटों की आवाजें सुनाई दीं और पूरे क्षेत्र में हवाई हमले के सायरन बजने लगे। इजरायली टीवी चैनलों ने दिखाया कि तेल अवीव के ऊपर धुएं के गुबार उठते दिखे, जहां एक रिहायशी इमारत आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गई है।
एयर डिफेंस सिस्टम ने रोके कई हमले
इजरायल का आयरन डोम (Iron Dome) एयर डिफेंस सिस्टम एक्टिव कर दिया गया, जिसने कई मिसाइलों को हवा में ही निष्क्रिय कर दिया। हालांकि, दो मिसाइलें इजरायल के एक मिलिट्री बेस के पास आ गिरीं, जिससे दो लोगों की जान चली गई और कुछ सैनिक घायल हुए हैं।
एक इजरायली पायलट को पकड़े जाने का दावा
ईरानी मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि उन्होंने एक इजरायली फाइटर पायलट को अपने कब्जे में लिया है, जो कि हमले के दौरान गिरा था। हालांकि अभी तक इस दावे की स्वतंत्र पुष्टि नहीं हुई है और इजरायली सरकार ने भी इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र ने जताई चिंता
इजरायल-ईरान के बीच इस गंभीर संघर्ष पर अमेरिका, रूस और संयुक्त राष्ट्र ने गहरी चिंता जताई है। व्हाइट हाउस की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि क्षेत्रीय शांति के लिए यह संघर्ष बहुत ही खतरनाक है और इससे पूरे मध्य पूर्व में युद्ध का माहौल बन सकता है।
यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है और कहा है कि कोई भी सैन्य कार्रवाई व्यापक युद्ध में तब्दील हो सकती है।
सड़कों पर दहशत, स्कूल-कॉलेज बंद
इजरायल के प्रमुख शहरों में आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई शहरों में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं, और बंकरों में लोगों को रहने की सलाह दी गई है। वहीं ईरान में भी सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गई है और सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है।