Israel Iran Attack: तेल अवीव पर ईरानी मिसाइलें, 3 की मौत, 70 घायल
ईरान-इजरायल के बीच तनाव फिर चरम पर

ईरान और इजरायल के बीच लंबे समय से चला आ रहा संघर्ष अब बेहद खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है। सोमवार को ईरान ने इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइलों की बौछार कर दी, जिसके बाद पूरे देश में रेड अलर्ट घोषित कर दिया गया।
ईरान के शिराज शहर से छोड़ी गई मिसाइलों ने इजरायल के हाइफ़ा, तेल अवीव, यरुशलम और बेयर शेवा समेत दर्जनों शहरों को अपनी चपेट में लिया। हमले के बाद इन इलाकों में सायरन बजाए गए और नागरिकों को तुरंत बंकरों में जाने के निर्देश दिए गए।
नागरिकों को बंकरों में भेजा गया

इजरायली सेना IDF के अनुसार, मिसाइलों का हमला बेहद तीव्र और योजनाबद्ध था। देश के कई इलाकों में हमले की पुष्टि हुई है। सेना ने नागरिकों को संरक्षित स्थानों (बंकरों) में रहने को कहा है। फिलहाल आम जनता को बाहर निकलने की इजाज़त नहीं है।
अस्पतालों में घायलों की भीड़

बीबीसी और रॉयटर्स की रिपोर्ट्स के अनुसार, इन हमलों में अब तक 3 लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों में दो महिलाएं और एक पुरुष शामिल हैं, जिनकी उम्र लगभग 70 वर्ष बताई जा रही है। इसके अलावा 74 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कई की हालत गंभीर है।

मध्य इजरायल के चार अलग-अलग अस्पतालों में 67 घायलों को भर्ती किया गया है।
तेल अवीव में गिरे रॉकेट, लगी आग
तेल अवीव शहर में मिसाइल गिरने के बाद भारी विस्फोट हुए, जिससे कई इमारतों को नुकसान पहुंचा। हालांकि, पुलिस ने पुष्टि की है कि इस क्षेत्र में कोई जान-माल की हानि नहीं हुई है। हाइफा शहर में आग की कई घटनाएं सामने आईं हैं, जिन्हें अब तक काबू में किया गया है।
ईरानी स्टूडेंट्स में डर, दूतावास संपर्क में
ईरान में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों में भी डर का माहौल है। ईरान यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंस में MBBS की छात्रा मिधात ने बताया कि विस्फोट उनके हॉस्टल से कुछ किलोमीटर की दूरी पर हुआ, जिससे छात्र बेहद डरे हुए हैं।
भारतीय दूतावास ने छात्रों से संपर्क बनाए रखा है लेकिन यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कोई बड़ी मदद नहीं दी है। छात्रों ने कहा कि वे फ्लाइट का इंतजार कर रहे हैं ताकि सुरक्षित घर लौट सकें।
नेतन्याहू का दावा: मारे गए ईरानी खुफिया प्रमुख
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दावा किया है कि उनकी सेना ने तेहरान में ईरान के खुफिया प्रमुख मोहम्मद काज़मी और उनके डिप्टी को निशाना बनाकर मार गिराया है। फॉक्स न्यूज़ को दिए इंटरव्यू में नेतन्याहू ने कहा कि यह कार्रवाई “ईरान के सैन्य और परमाणु ढांचों को खत्म करने के लिए की गई।”
ईरान का बयान: हमले सफल रहे
ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी IRNA ने दावा किया कि इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने “सफलता के साथ इजरायल पर हमला” किया है। उनके अनुसार, मिसाइलें सटीक लक्ष्य पर गिरी हैं और इसका उद्देश्य इजरायल की सैन्य ताकत को कमजोर करना है।
पाकिस्तानी धमकी: इजरायल ने बम गिराया तो हम भी गिराएंगे
ईरानी जनरल मोहसिन रेजाई ने दावा किया है कि पाकिस्तान ने चेतावनी दी है कि अगर इजरायल ने तेहरान पर परमाणु हमला किया, तो पाकिस्तान भी इजरायल पर परमाणु हमला करेगा। यह बयान तुर्किये टुडे की रिपोर्ट में सामने आया है।
यूरोपीय संघ की अपील: बातचीत ही समाधान
यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने नेतन्याहू से बातचीत कर कहा है कि ईरान के साथ कूटनीतिक समाधान ही लंबी अवधि में सही रास्ता होगा। उन्होंने युद्धविराम की अपील नहीं की लेकिन इस मुद्दे को G7 शिखर सम्मेलन में प्रमुख एजेंडा बताया।
मोसाद के एजेंट गिरफ्तार: ईरान का दावा
ईरान की समाचार एजेंसी तस्नीम के मुताबिक, इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद के दो एजेंटों को अल्बोर्ज प्रांत में गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि वे विस्फोटक और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण तैयार कर रहे थे। उनके पास से बड़ी मात्रा में हथियार और ड्रोन निर्माण का सामान बरामद हुआ है।
इजरायली सेना का बयान: मिसाइल हमले थम गए
इजरायली रक्षा बलों (IDF) ने कहा है कि फिलहाल मिसाइल हमलों की लहर समाप्त हो चुकी है। इसके बाद नागरिक बंकरों से बाहर निकल सकते हैं। हालांकि, होम फ्रंट कमांड के निर्देशों का पालन करना अभी भी आवश्यक है।
डोनाल्ड ट्रंप को मारना चाहता था ईरान: नेतन्याहू
बेंजामिन नेतन्याहू ने दावा किया है कि ईरान, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को मारना चाहता था क्योंकि उन्होंने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को निशाना बनाया था। ट्रंप ने ईरान के साथ हुए परमाणु समझौते को खत्म किया था और कासिम सुलेमानी की हत्या का आदेश दिया था।