Israel Iran War : मिसाइलों की बौछार, 130 से ज्यादा मौतें

ईरान और इजरायल के बीच जारी टकराव ने अब खतरनाक और निर्णायक मोड़ ले लिया है। शुक्रवार की रात ईरान द्वारा इजरायल के शहरों पर मिसाइल हमलों के बाद, शनिवार रात को इजरायल ने बड़ा जवाबी हमला करते हुए ईरान के कई अहम ठिकानों को तबाह कर दिया।
इस युद्ध की भयावहता अब सिर्फ बयानों तक सीमित नहीं रही, बल्कि मिसाइलें, ड्रोन्स और हवाई हमलों में तब्दील हो चुकी है। आइए 10 प्रमुख बिंदुओं में समझते हैं कि इस संघर्ष में अब तक कितना नुकसान हुआ है।

1. तेहरान जल उठा, इजरायल ने राजधानी को बनाया निशाना
इजरायल की वायुसेना ने शनिवार की रात ईरान की राजधानी तेहरान पर मिसाइलों की बौछार कर दी। धमाकों की आवाजें दूर-दूर तक सुनी गईं और शहर के कई हिस्सों में आग की लपटें देखी गईं। इजरायल के रक्षा मंत्री ने बयान दिया कि “तेहरान अब जल रहा है”, जिससे स्थिति की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
2. 29 बच्चों सहित 60 नागरिकों की मौत
तेहरान में हुए एक मिसाइल हमले में एक रिहायशी गगनचुंबी इमारत को निशाना बनाया गया, जिसमें 29 बच्चों सहित 60 लोगों की मौत हो गई। इस हमले को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता जताई जा रही है, लेकिन इजरायल ने इसे ईरानी आक्रामकता का जवाब बताया।
3. 130 से ज्यादा मौतें, 9 वैज्ञानिक भी मारे गए

पिछले 48 घंटों में हुए हमलों में 130 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। इनमें ईरान के 9 परमाणु वैज्ञानिक भी शामिल हैं, जो इजरायल द्वारा की गई सटीक स्ट्राइक का हिस्सा थे। इससे ईरान की न्यूक्लियर प्रोग्राम को बड़ा झटका लगा है।
4. ईरान की न्यूक्लियर फैसिलिटी पर सीधा हमला
इजरायल की वायुसेना ने ईरान की न्यूक्लियर साइट्स को टारगेट किया है, जिनमें फोर्दो, नतांज, बुशहेर, खोनडाब और इस्फहान शामिल हैं। इजरायल ने दावा किया कि अगर समय पर कार्रवाई नहीं की जाती, तो ईरान 15 परमाणु बम तैयार कर सकता था।
5. तेल और गैस इंफ्रास्ट्रक्चर को किया ध्वस्त
इजरायल ने बुशहेर की फज्र गैस रिफाइनरी, शाहरान ऑयल डिपो, और अबादान में ऑयल प्लांट पर भी मिसाइल हमले किए। फज्र रिफाइनरी को दुनिया की सबसे बड़ी गैस प्रोसेसिंग यूनिट्स में से एक माना जाता है, जो प्रतिदिन 125 मिलियन क्यूबिक मीटर गैस प्रोसेस करती है।
6. सायरनों की गूंज, नागरिक शेल्टर में छिपे
तेहरान, तेल अवीव और यरुशलम जैसे शहरों में सायरन की आवाजें लगातार गूंज रही हैं। इजरायल ने दावा किया कि ईरान ने यूएवी और मिसाइल लॉन्च किए, जिन्हें रोकने के लिए उसके एयर डिफेंस सिस्टम ने एक्शन लिया। लाखों नागरिक अपने घरों को छोड़कर शरण स्थलों में छिपे हुए हैं।
7. ईरान ने दी चेतावनी: जंग की शुरुआत इजरायल ने की
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने स्पष्ट कहा कि इस युद्ध की शुरुआत इजरायल ने की है, लेकिन अब वह इससे बाहर नहीं निकल सकता। उन्होंने कहा,
“अब इजरायल के लिए जहन्नुम के दरवाजे खुल चुके हैं।”
इसके बाद से ईरान ने भी हमलों की तीव्रता बढ़ा दी है।
8. इजरायल का दावा: ‘हमारे पास विकल्प नहीं था’
इजरायल का कहना है कि ईरान द्वारा निरंतर मिसाइल हमलों और न्यूक्लियर हथियारों के निर्माण को देखते हुए उसके पास ऑपरेशन करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। यह एक रक्षा के लिए जरूरी कदम था और इसके जरिए दुनिया को भी ईरान के खतरे से आगाह किया गया है।
9. आयातुल्ला शासन को खत्म करने की धमकी
इजरायल सरकार ने यह भी कहा कि वह “अयातुल्ला शासन के हर लक्ष्य” पर हमला करेगी। इजरायल के विदेश मंत्री इज़राइल कैट्ज़ ने कहा कि ईरानी तानाशाह देश के नागरिकों को बंधक बनाए हुए हैं और उन्हें इस जंग की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
10. संघर्ष के और ज्यादा बढ़ने की आशंका
इजरायल और ईरान के बीच यह खुला युद्ध अब क्षेत्रीय संकट का रूप लेता जा रहा है। आशंका है कि यदि यह स्थिति यूं ही बनी रही तो यह युद्ध सीरिया, लेबनान, इराक और यमन जैसे देशों को भी अपनी चपेट में ले सकता है। कई विश्लेषक इसे “मध्य पूर्व का सबसे बड़ा युद्ध” कह रहे हैं।
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