Israel Strike Kills गए ईरान के टॉप जनरल और वैज्ञानिक: नाम, पद और पृष्ठभूमि

तेहरान – इजरायल और ईरान के बीच गहराते संघर्ष ने अब खतरनाक मोड़ ले लिया है। इजरायली एयरस्ट्राइक्स ने न केवल ईरान के परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया, बल्कि देश के कई बड़े सैन्य अफसरों और वैज्ञानिकों को भी मौत के घाट उतार दिया।
ईरानी सरकारी मीडिया के मुताबिक, इन हमलों में कम से कम छह शीर्ष स्तर के जनरल और परमाणु वैज्ञानिक मारे गए हैं। इनमें से कुछ लोग ऐसे थे जिनकी भूमिका देश के मिसाइल प्रोग्राम से लेकर अंतरराष्ट्रीय परमाणु कूटनीति तक में बेहद अहम रही थी। आइए जानते हैं एक-एक करके उन चेहरों के बारे में जिन्होंने ईरान की रक्षा और वैज्ञानिक प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

1. मोहम्मद बाघेरी – सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ
मोहम्मद बाघेरी ईरान के सबसे उच्च रैंकिंग सैन्य अधिकारी थे। वे ईरान के सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ थे, जिनके अधीन IRGC (इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स) और पारंपरिक सेना दोनों आती थीं।
बाघेरी ने 1980 में 20 वर्ष की उम्र में IRGC में शामिल होकर ईरान-इराक युद्ध में भाग लिया था। उन्होंने इंटेलिजेंस यूनिट की स्थापना में भी अहम भूमिका निभाई थी। वे अपेक्षाकृत उदारवादी रुख के लिए जाने जाते थे। उनकी मौत के बाद अब अब्दुलरहीम मौसवी को नया चीफ ऑफ स्टाफ नियुक्त किया गया है।

2. हुसैन सलामी – IRGC के कमांडर-इन-चीफ
हुसैन सलामी का नाम ईरान की सैन्य ताकत के आक्रामक चेहरे के रूप में लिया जाता है। वे 2019 से IRGC के कमांडर-इन-चीफ थे। उनका सख्त और स्पष्ट इजरायल विरोधी रुख था।
अप्रैल में उन्होंने एक भाषण में कहा था, “अगर अमेरिका या इजरायल हमला करेगा तो हम नरक के दरवाजे खोल देंगे।” उनकी मृत्यु के बाद मोहम्मद पाकपुर को IRGC का नया कमांडर नियुक्त किया गया है।

3. घोलमाली रशीद – खातम-अल अंबिया हेडक्वार्टर के प्रमुख
घोलमाली रशीद, जो ईरानी सेना के खातम-अल अंबिया सेंट्रल हेडक्वार्टर के प्रमुख थे, इन हमलों में मारे गए हैं। यह कमांड यूनिट ईरान के सभी संयुक्त सैन्य ऑपरेशन्स का संचालन करती है।
वह पहले ईरानी सशस्त्र बलों के डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ भी रह चुके थे। उनकी जगह अली शादमानी को इमरजेंसी कमांड का प्रमुख बनाया गया है।
4. अमीर अली हाजीजादेह – IRGC के एयरोस्पेस फोर्स के चीफ
हाजीजादेह ईरान के मिसाइल प्रोग्राम के प्रभारी थे। वह IRGC के एयरोस्पेस फोर्स के कमांडर थे और कई बार इजरायल के खिलाफ मिसाइल हमलों की योजना में शामिल रहे थे।
IDF (इजरायली डिफेंस फोर्स) का दावा है कि वे एक अंडरग्राउंड कमांड सेंटर में मारे गए, जहां वे अन्य एयरफोर्स कमांडर्स के साथ हमले की तैयारी कर रहे थे।
हाजीजादेह को 2020 में यूक्रेनी पैसेंजर जेट को गलती से मार गिराने की जिम्मेदारी लेने के बाद काफी आलोचना झेलनी पड़ी थी।
5. फेरेदून अब्बासी – परमाणु वैज्ञानिक और पूर्व ऊर्जा प्रमुख
फेरेदून अब्बासी एक चर्चित परमाणु वैज्ञानिक थे, जिन्होंने 2011-2013 तक ईरान के न्यूक्लियर एनर्जी ऑर्गनाइजेशन की कमान संभाली थी।
वह बाद में संसद सदस्य बने और अक्सर सार्वजनिक रूप से परमाणु हथियार बनाने के पक्ष में बयान देते रहे। मई में उन्होंने टीवी पर कहा था कि अगर परमाणु हथियार बनाने का आदेश मिले तो वह उसका पालन करेंगे।
इजरायल की नजर में वह एक कट्टर परमाणु समर्थक माने जाते थे और इसलिए उन्हें एक हाई-प्रोफाइल टारगेट माना गया।
6. अन्य परमाणु वैज्ञानिक जिनकी हत्या हुई
ईरानी मीडिया के मुताबिक, इन टॉप अधिकारियों के अलावा भी कई प्रमुख परमाणु वैज्ञानिकों को निशाना बनाया गया। इनमें शामिल हैं:
- मोहम्मद मेहदी तेहरानची – तेहरान में आजाद यूनिवर्सिटी के चीफ
- अब्दुल हमीद मिनौचेहर – शाहिद बेहेश्टी यूनिवर्सिटी में न्यूक्लियर इंजीनियर
- अहमद रेजा जोलफागरी – शाहिद बेहेश्टी यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर
- अमीर हुसैन फेकी – न्यूक्लियर इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर
इन वैज्ञानिकों को या तो इजरायली हमलों में मारा गया या लापता बताया जा रहा है।
क्षेत्रीय तनाव और वैश्विक चिंता
इजरायल और ईरान के इस टकराव ने मध्य पूर्व को विस्फोटक स्थिति में पहुंचा दिया है। अमेरिका, रूस और संयुक्त राष्ट्र ने गहरी चिंता जाहिर की है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर दोनों देशों ने संयम नहीं बरता, तो यह संघर्ष एक पूर्ण युद्ध में बदल सकता है।