डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को एक बार फिर कनाडा के अमेरिका का 51वां राज्य बनने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर कहा कि यह आइडिया कनाडाई जनता के लिए फायदेमंद साबित होगा। ट्रंप ने लिखा, “कई कनाडाई चाहते हैं कि कनाडा 51वां राज्य बन जाए। इससे उनके टैक्स का बड़ा हिस्सा बचेगा और उन्हें अमेरिकी मिलिट्री प्रोटेक्शन भी मिलेगा। मुझे लगता है, यह बहुत अच्छा आइडिया है।”
पहले भी उठा चुके हैं यह मुद्दा
यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने इस तरह की टिप्पणी की है। इससे पहले नवंबर में फ्लोरिडा में आयोजित एक डिनर के दौरान उन्होंने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के सामने यही बात कही थी। फॉक्स न्यूज के अनुसार, उस समय इसे मजाक के रूप में लिया गया था, लेकिन ओटावा के कई लोगों ने इसे अपमानजनक और धमकी भरा बयान कहा।
कनाडा में मिली-जुली प्रतिक्रिया
ट्रंप के इस बयान के बाद कनाडा की जनता और राजनेताओं में अलग-अलग प्रतिक्रिया देखने को मिली। एक हालिया लेजर जनमत सर्वेक्षण के मुताबिक, 13 प्रतिशत कनाडाई इस विचार का समर्थन करते हैं। वहीं, सोमवार को उप प्रधानमंत्री के इस्तीफे के बाद इस मुद्दे ने और भी तूल पकड़ लिया।
ट्रंप ने गिनाए फायदे
ट्रंप ने अपने बयान में कहा कि दोनों देशों के विलय से कई समस्याओं का समाधान हो सकता है। उन्होंने फेंटेनाइल तस्करी और अवैध प्रवासियों की समस्या का जिक्र करते हुए कहा कि इससे न केवल आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, बल्कि सुरक्षा के लिहाज से भी दोनों देशों को लाभ मिलेगा।
कनाडा के नेताओं की प्रतिक्रिया
ओटावा में कुछ नेताओं ने ट्रंप के बयान को “हास्यास्पद और अपमानजनक” करार दिया। उन्होंने कहा कि यह कनाडा की संप्रभुता पर सवाल उठाने जैसा है। वहीं, कुछ नेताओं ने इसे अमेरिका-कनाडा के रिश्तों पर पड़ने वाले प्रभाव के लिहाज से गंभीर बताया।