operation-sindoor जब भारत ने पाकिस्तान में दहशतगर्दी के अड्डों पर गिराई तबाही
operation-sindoor 7 मई को भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और POK (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) में मौजूद नौ आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी।
भारत ने इस ऑपरेशन में किसी भी नागरिक या सैन्य ठिकाने को नुकसान नहीं पहुंचाया, बल्कि सीधा लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों के ठिकानों को खत्म किया। इस सटीक और ताकतवर जवाब में ‘स्काई स्ट्राइकर कामीकेज ड्रोन’ का प्रमुख योगदान रहा।
कौन है यह स्काई स्ट्राइकर ड्रोन? कैसे करता है काम?
स्काई स्ट्राइकर ड्रोन एक खास तरह का ‘Loitering Munition’ है यानी यह एक उड़ता हुआ हथियार है, जो दुश्मन पर मिसाइल की तरह गिरता है। यह अपने लक्ष्य के ऊपर मंडराता रहता है और सही मौके पर हमला करता है।
- यह ड्रोन बैटरी से चलता है और 5 से 10 किलो का विस्फोटक (वारहेड) अपने साथ लेकर उड़ सकता है।
- इसकी सबसे बड़ी ताकत है – लो साउंड सिग्नेचर, यानी यह बिना आवाज किए उड़ता है, जिससे दुश्मन को भनक तक नहीं लगती।
- यह पूरी तरह से मानव नियंत्रित भी हो सकता है और स्वचालित मोड में भी लक्ष्य को पहचानकर हमला करता है।
इसका निर्माण बेंगलुरु की एक फैक्ट्री में होता है। इस परियोजना में भारत की अदाणी ग्रुप की अल्फा डिजाइन टेक्नोलॉजी और इज़रायल की एल्बिट सिस्टम्स का संयुक्त योगदान है।
अदाणी ग्रुप की तकनीकी भागीदारी और ‘मेक इन इंडिया’ की मिसाल
यह ड्रोन सिर्फ एक युद्धक हथियार नहीं, बल्कि भारत की रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है। अदाणी ग्रुप की अल्फा डिजाइन टेक्नोलॉजी द्वारा इसमें किए गए तकनीकी योगदान से यह साबित होता है कि अब भारत सिर्फ रक्षा उपकरणों का आयातक नहीं, बल्कि निर्माता भी बन रहा है।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और भारत की मजबूत कूटनीति
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए भारत के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की। उसने भी ड्रोन और मिसाइल का इस्तेमाल किया, लेकिन भारतीय सेना ने उनकी कोशिशों को नाकाम करते हुए कई पाकिस्तानी एयरबेस को तबाह कर दिया।
भारत सरकार ने यह स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई आत्मरक्षा और आतंकवाद के खात्मे के लिए की गई थी, जिसमें आम नागरिकों को किसी भी प्रकार की क्षति नहीं पहुंचाई गई।
यह भी पढ़ें:
Source-indiatv
Written by -sujal