पाकिस्तान के क्वेटा शहर में मंगलवार को एक भीषण बम धमाका हुआ, जिससे शहर में हड़कंप मच गया। इस धमाके में अब तक 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 30 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। धमाका क्वेटा रेलवे स्टेशन के पास हुआ, जब ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर बड़ी संख्या में यात्री मौजूद थे। रेलवे स्टेशन के बुकिंग कार्यालय में हुआ यह विस्फोट इतनी ताकतवर था कि कई लोग घायल हो गए और मारे गए। धमाके के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई और घटनास्थल पर तुरंत पुलिस और बचावकर्मी पहुंच गए। घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और कुछ की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। इसके कारण मृतकों की संख्या में इज़ाफा होने की आशंका जताई जा रही है।
पुलिस और बचावकर्मियों की तत्परता
धमाके के बाद पुलिस और बचावकर्मी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और राहत कार्यों को तेज़ी से शुरू किया। अस्पतालों में इमरजेंसी घोषित की गई और अतिरिक्त डॉक्टरों तथा मेडिकल स्टाफ को बुलाया गया है, ताकि घायलों का इलाज सही समय पर किया जा सके। घायलों में कई की हालत नाजुक है, जिसके कारण मृतकों की संख्या बढ़ने का खतरा बना हुआ है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, धमाका उस समय हुआ जब जाफर एक्सप्रेस पेशावर के लिए रवाना होने वाली थी। इस धमाके के कारण ट्रेन प्लेटफॉर्म पर नहीं पहुंच पाई और प्लेटफॉर्म पर खड़े यात्रियों को भी गंभीर रूप से चोटें आईं।
मृतकों और घायलों की संख्या बढ़ सकती है
हालांकि, अभी तक धमाके की सटीक वजह का पता नहीं चल सका है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों ने इसकी जांच शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि धमाका एक सुसाइड बम हमले का हिस्सा हो सकता है, लेकिन जांच के बाद ही स्थिति साफ होगी। घायलों की गंभीर स्थिति को देखते हुए आशंका जताई जा रही है कि मृतकों की संख्या में और इज़ाफा हो सकता है। इस हमले ने पूरे पाकिस्तान को दहला दिया है और यह स्पष्ट हो गया है कि देश में आतंकवादी गतिविधियों का खतरा लगातार बढ़ रहा है।
पिछले महीने भी हुआ था बड़ा धमाका
यह धमाका पाकिस्तान में एक महीने से भी कम समय में दूसरा बड़ा हमला है। इससे पहले नवंबर की शुरुआत में बलूचिस्तान क्षेत्र में एक और भीषण धमाका हुआ था, जिसमें 7 लोगों की मौत हो गई थी। इस धमाके में 5 स्कूली बच्चे भी शामिल थे। इसके अलावा, 22 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे और उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दोनों घटनाओं से यह स्पष्ट हो गया है कि पाकिस्तान में सुरक्षा की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है और देश को आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।