पाकिस्तान में न्यूक्लियर लीकेज की खबरों पर भारत का जवाब, विदेश मंत्रालय ने तोड़ी चुप्पी
Nuclear Leakage : पाकिस्तान में न्यूक्लियर लीकेज को लेकर सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों पर भारत सरकार ने आधिकारिक रूप से प्रतिक्रिया दी है। मंगलवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की सैन्य कार्रवाई पूरी तरह पारंपरिक हथियारों तक सीमित रही थी और इसमें किसी भी प्रकार का न्यूक्लियर एंगल शामिल नहीं था।
सोशल मीडिया पर चल रही न्यूक्लियर लीकेज की अफवाहों पर क्या बोले प्रवक्ता?
रणधीर जायसवाल ने कहा कि सोशल मीडिया पर मिस्र और अमेरिका के विमानों से जुड़ी कुछ बातें सामने आई हैं, लेकिन इसका जवाब संबंधित देशों को देना है। उन्होंने साफ किया कि भारतीय सेना ने अपने लक्ष्यों को बहुत स्पष्ट रूप से चुना था और यह बात सेना की ओर से हुई ब्रीफिंग में पहले ही स्पष्ट कर दी गई थी।
पाकिस्तान की बैठक और विदेश मंत्री का बयान
प्रवक्ता ने यह भी बताया कि मीडिया में कुछ रिपोर्ट्स आई थीं जिनमें दावा किया गया था कि पाकिस्तान की नेशनल कमांड अथॉरिटी की 10 मई को बैठक होनी है, लेकिन बाद में खुद पाकिस्तान ने इन खबरों का खंडन किया। इसके अलावा, पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने भी न्यूक्लियर एंगल से इनकार किया था। यह बातें रिकॉर्ड में दर्ज हैं।
भारत का रुख साफ: न्यूक्लियर ब्लैकमेल नहीं सहेगा भारत
भारत ने दो टूक कहा है कि वह आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति पर कायम है और न्यूक्लियर ब्लैकमेल की आड़ में किसी भी आतंकी गतिविधि को स्वीकार नहीं करेगा। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत की सैन्य कार्रवाई पूरी तरह से उन आतंकवादी ढांचों के खिलाफ थी जो भारतीय नागरिकों के साथ-साथ दुनिया भर में कई निर्दोष लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार हैं।
सिंधु जल संधि पर भी कड़ा रुख
रणधीर जायसवाल ने बताया कि भारत ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया है। जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं करता, तब तक यह संधि प्रभाव में नहीं आएगी।

एयरबेस तबाही और डीजीएमओ से संपर्क
विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि 10 मई को जब भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के एयरबेस को निशाना बनाया, तब पाकिस्तान घुटनों पर आ गया और उसने अपना रुख बदलते हुए भारत के डीजीएमओ से संपर्क किया।
किराना हिल्स पर हमले की अफवाहों का खंडन
कुछ सोशल मीडिया पोस्ट्स में यह दावा किया गया था कि भारत ने पाकिस्तान के किराना हिल्स पर हमला किया, जहां कथित रूप से परमाणु हथियारों से जुड़ा केंद्र है। इस पर जवाब देते हुए एयर ऑपरेशंस के डायरेक्टर जनरल एयर मार्शल ए.के. भारती ने पहले हल्के-फुल्के अंदाज़ में कहा, “हमें यह बताने के लिए शुक्रिया कि किराना हिल्स में परमाणु इंस्टॉलेशंस हैं। हमें इसके बारे में जानकारी नहीं थी।” फिर उन्होंने गंभीरता से कहा कि भारतीय वायुसेना ने किराना हिल्स पर कोई हमला नहीं किया।
जम्मू-कश्मीर पर भारत की स्पष्ट नीति
एमईए प्रवक्ता ने जम्मू-कश्मीर को लेकर भारत की नीति को भी दोहराया। उन्होंने कहा कि जम्मू और कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और इससे जुड़े मुद्दों का समाधान भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय बातचीत से ही होगा। पाकिस्तान द्वारा अवैध रूप से कब्जाए गए कश्मीर के क्षेत्र भारत को वापस मिलने चाहिए — यही एकमात्र मुद्दा है।
पाकिस्तान पर आतंकवाद को “उद्योग” की तरह पोषित करने का आरोप
रणधीर जायसवाल ने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद को एक उद्योग की तरह पोषित किया है। भारत इसे बर्दाश्त नहीं करेगा और न ही किसी भी प्रकार की ब्लैकमेलिंग को स्वीकारेगा।
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