दुबई हमेशा से भारतीय पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य रहा है, लेकिन अब वहां घूमना थोड़ा मुश्किल हो गया है। संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने अपने पर्यटक वीजा के नियमों में कई बड़े बदलाव किए हैं, जिनका सीधा असर भारतीय यात्रियों पर पड़ा है। पहले जहां वीजा प्रक्रिया आसान और कम समय लेने वाली थी, वहीं अब सख्त नियमों के चलते कई लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
विज़ा के लिए आवश्यक दस्तावेजों में वृद्धि और आवेदन खारिज होने की बढ़ती दर ने दुबई की यात्रा को जटिल बना दिया है। इसके अलावा, पर्यटकों को अपनी यात्रा की योजना बनाने में ज्यादा सतर्कता बरतनी होगी।
बढ़ी है वीजा रिजेक्शन दर
यूएई द्वारा वीजा नियमों में बदलाव के बाद, वीजा आवेदन खारिज होने की दर में अप्रत्याशित बढ़ोतरी देखी गई है। जहां पहले वीजा आवेदन खारिज होने की दर केवल 1-2% थी, अब यह रोजाना 5-6% तक पहुंच गई है। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हर 100 वीजा आवेदनों में से लगभग 5-6 अस्वीकार किए जा रहे हैं।
यह बदलाव भारतीय पर्यटकों के लिए चिंता का विषय बन गया है। वीजा रिजेक्शन के कारण न केवल वीजा शुल्क का नुकसान हो रहा है, बल्कि पहले से बुक की गई उड़ान और होटलों के रद्द होने से भी आर्थिक नुकसान हो रहा है। कई पर्यटक इन नियमों की जानकारी न होने के कारण आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करने में चूक कर रहे हैं, जिससे उनके आवेदन खारिज हो रहे हैं।
जानें, क्या हैं यूएई के नए वीजा नियम
दुबई यात्रा की योजना बनाने से पहले इन नए नियमों को समझना जरूरी है:
- रिटर्न टिकट अनिवार्य: अब यात्रियों को अपनी रिटर्न टिकट की एक कॉपी यूएई के इमीग्रेशन डिपार्टमेंट की वेबसाइट पर अपलोड करनी होगी। यह दस्तावेज पहले केवल एयरपोर्ट पर दिखाए जाते थे।
- होटल बुकिंग का प्रमाण: पर्यटकों को होटल रिजर्वेशन का प्रमाण देना होगा।
- परिवार के साथ ठहरने का प्रमाण: यदि पर्यटक अपने रिश्तेदारों के साथ ठहर रहे हैं, तो उन्हें अपने मेजबान से ठहरने का प्रमाण-पत्र दिखाना होगा।
- पर्याप्त धनराशि का प्रमाण: दुबई यात्रा के लिए पर्यटकों को बैंक स्टेटमेंट या स्पॉन्सरशिप लेटर दिखाना होगा, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि उनके पास यात्रा के लिए पर्याप्त धन है।
इन नियमों का उद्देश्य वीजा प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी बनाना और किसी भी प्रकार के फर्जीवाड़े को रोकना है।
भारतीय पर्यटकों पर असर
दुबई हमेशा से भारतीयों के लिए एक प्रमुख पर्यटन स्थल रहा है। हर साल लाखों भारतीय दुबई की खूबसूरती देखने जाते हैं। 2023 में, लगभग 60 लाख भारतीय पर्यटक दुबई गए थे। हालांकि, नए वीजा नियमों के चलते यह आंकड़ा प्रभावित हो सकता है।
बड़ी संख्या में भारतीय यात्री नए नियमों से अनजान हैं और वीजा आवेदन में जरूरी दस्तावेज प्रस्तुत करने में चूक कर रहे हैं। इससे न केवल उनके आवेदन खारिज हो रहे हैं, बल्कि दुबई यात्रा का सपना भी अधूरा रह जा रहा है।
वीजा नियमों में बदलाव क्यों?
यूएई सरकार ने वीजा नियमों को सख्त करने का फैसला इसलिए किया है ताकि फर्जी दस्तावेजों और अनियमित गतिविधियों पर रोक लगाई जा सके। इसके अलावा, इन बदलावों का उद्देश्य पर्यटकों की पहचान को और अधिक सुरक्षित बनाना है। हालांकि, इन सख्त नियमों का नकारात्मक प्रभाव पर्यटन पर भी पड़ सकता है, क्योंकि कई पर्यटक इस प्रक्रिया से हतोत्साहित हो सकते हैं।
समाधान क्या हो सकता है?
यदि आप दुबई यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो इन बातों का ध्यान रखें:
- सभी आवश्यक दस्तावेजों को समय पर तैयार करें।
- इमीग्रेशन डिपार्टमेंट की वेबसाइट पर वीजा प्रक्रिया से संबंधित जानकारी को ध्यानपूर्वक पढ़ें।
- आवेदन में किसी प्रकार की गलती न करें।
- होटल बुकिंग और रिटर्न टिकट से जुड़े सभी प्रमाणपत्र अपलोड करना न भूलें।