नई दिल्ली/यरूशलम/गाजा:
इजरायल और फिलिस्तीनी संगठन हमास (Hamas) के बीच एक साल से भी ज्यादा वक्त से चल रहे युद्ध में गाजा पट्टी (Gaza Strip) पूरी तरह से तबाह हो गई है। वहां एक विशाल बस्ती थी, जो अब मलबे में तब्दील हो चुकी है। इजरायल के मुताबिक, हमास खत्म हो चुका है। हालांकि, इजरायल ने लेबनान के मिलिशिया ग्रुप हिज्बुल्लाह को भी टारगेट किया है। इजरायली सेना (IDF) के हमलों से हिज्बुल्लाह की पूरी लीडरशिप खत्म हो गई है।
इजरायल की निरंतर सुरक्षा चिंता
हजारों लोगों की मौत और लाखों लोगों को बेघर करके भी इजरायल सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा है। उसका कहना है कि जब तक वह पूरी तरह सुरक्षित नहीं होगा, ये हमले होते रहेंगे। भारत में पूर्व अमेरिकी राजदूत टिम रोमर ने भी यही बात दोहराई। समिट में आए अन्य डेप्लोमेट की भी ऐसी ही राय थी।
NDTV वर्ल्ड समिट में आए दिग्गज और वर्ल्ड लीडर इस बात को रेखांकित करते रहें कि युद्ध रुकना चाहिए, लेकिन रुक नहीं रहा। इजरायल अपनी सुरक्षा के नाम पर इस युद्ध को जारी रखे हुए है।
युद्ध और नेतन्याहू का राजनीतिक उद्देश्य
21 और 22 अक्टूबर को नई दिल्ली में हुए NDTV वर्ल्ड समिट 2024 में भारत में इजरायल के राजदूत रूवेन अजार ने कहा, “जाहिर है, इतनी तबाही और बर्बादी के बीच भी इजरायल खुद को सुरक्षित क्यों महसूस नहीं कर रहा? क्या ये सारी तबाही इजरायल में अलोकप्रिय हो रहे बेंजामिन नेतन्याहू ने बस अपनी कुर्सी बचाने और मज़बूत करने के लिए की?”
टिम रोमर की प्रतिक्रिया
बातचीत के दौरान, टिम रोमर ने कहा, “इजरायल का तर्क है कि शुरुआत उसने नहीं की, उस पर हमला हुआ है। लेकिन, इस तर्क के पीछे ये हकीकत छुपी रह जाती है कि बीते 75 साल पश्चिम एशिया में इजरायल अमेरिका और यूरोप की मदद से अपनी सुरक्षा के अधिकार के नाम पर लगातार कई देशों पर हमले करता रहा है। जाहिर है, दूसरे देश भी अपनी कार्रवाई के लिए स्वतंत्र हैं।”
क्या इजरायल हमास-हिज्बुल्लाह के खात्मे से सुरक्षित होगा?
इस सवाल पर टिम रोमर कहते हैं, “सच्चाई ये है कि आप हमास, हिज्बुल्लाह को खत्म कर दें। लेबनान और गाज़ा को तबाह कर दें। स्थायी शांति की सोचें, तो उससे हल नहीं निकलेगा। दुनिया भर का अनुभव है कि ऐसे टूटे-बिखरे संगठन फिर छापामार लड़ाइयों की शरण लेते हैं और मुल्कों को तबाह करते हैं। तो क्या ये युद्ध इज़रायल को कुछ और सुरक्षित रखेगा या उसे और अकेला छोड़ देगा? जाहिर तौर पर हमास और हिज्बुल्लाह को खत्म करके भी इजरायल सेफ नहीं हो सकता।”
भारत की भूमिका क्या हो सकती है?
इस सवाल पर पूर्व अमेरिकी राजनयिक ने कहा, “भारत विशेष रूप से क्या कर सकता है? मुझे नहीं लगता कि वो इस समय मध्यस्थ है। मुझे लगता है कि वे संयोजक हैं। PM नरेंद्र मोदी यह सुनिश्चित करें कि जब वो ईरानियों से मिले, तो इजरायल के साथ तनाव कम करने का प्रयास करे। जब वो इजराइल से मिले, तो वो ये भी कह सके कि हम ईरान के साथ तनाव कैसे कम कर सकते हैं। मुझे नहीं लगता कि इजरायल अभी ऐसी स्थिति में है, जहां वो पीछे हटने वाला है और वो युद्ध विराम के लिए सहमत होने वाला है।”
हमास ने चुकाई बहुत बड़ी कीमत
संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत के पूर्व स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति कहते हैं, “हमास और हिज्बुल्लाह की तबाही के बाद भी इजरायल पहले से ज़्यादा असुरक्षित रहेगा। क्षेत्र में इजरायल ने अपने मिलिट्री ऑपरेशन तेज कर दिए हैं। अगर आप गाजा को देखें, तो जाहिर तौर पर वहां इजरायल ने हमास को नुकसान पहुंचाया है। हमास को बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है। वहां, करीब 43 हजार फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। इनमें से ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं।”
तिरुमूर्ति कहते हैं, “इजरायल की इस जंग में ईरान भी अप्रत्यक्ष तौर पर शामिल है। वह हमास और हिज्बुल्लाह को फंडिंग और हथियार देता है। इजरायल और ईरान की दुश्मनी जगजाहिर है। लेबनान भी रिएक्ट कर सकता है। लिहाजा ये कहना जल्दबाजी होगी कि हमास-हिज्बुल्लाह की तबाही के बाद इजरायल महफूज है।”
ईरान की हिट लिस्ट
बढ़ते तनाव के बीच ईरान ने बाकायदा 10 नेताओं की हिट लिस्ट जारी की है। इसमें इजरायल के प्रधानमंत्री से लेकर तमाम सेनाओं के अध्यक्ष और सलाहकार शामिल हैं।
- बेंजामिन नेतन्याहू: इजरायल के प्रधानमंत्री
- योव गैलेंट: इजरायल के रक्षा मंत्री
- हेरज़ी हालेवी: इजरायली सेना के प्रमुख
- तोमेर बार: इजरायल के वायुसेना कमांडर
- सलामा: इजरायल के नौसेना कमांडर
- तामिर यादई: थल सेना प्रमुख
- आमिर बाराम: इजरायल के डिप्टी चीफ जनरल स्टाफ
- आहरोन हालिवा: सैन्य खुफिया महकमा के चीफ
- ओरी गॉर्डिन: उत्तरी कमान के प्रमुख
- एलाइज़र तोलेदानो: दक्षिणी कमान के प्रमुख
हिजबुल्लाह की ताकत और इजरायल की स्थिति
इजरायल के हमलों में मारे गए हमास और हिज्बुल्लाह कमांडरों की लिस्ट पर एक नज़र डालते हैं:
हमास के मारे गए कमांडर
- याह्या सिनवार: ‘खान यूनिस का कसाई’
- मोहम्मद दाएफ: 7 अक्टूबर 2023 के हमलों का मास्टरमाइंड
- इस्माइल हानिया: ईरान में हत्या
- सालेह अल-अरौरी: 2 जनवरी 2024 को इजरायली ड्रोन हमले में मौत
हिज्बुल्लाह के मारे गए कमांडर
- इब्राहिम कुबैसी: 24 सितंबर को इजरायली हवाई हमले में मौत
- इब्राहिम अकील: 20 सितंबर को मारे गए
- फउद शुकर: 30 जुलाई को इजरायली हमले में मौत
- मोहम्मद नासिर: 3 जुलाई को हवाई हमले में मारे गए
- तलेब अबदल्लाह: 12 जून को इजरायली हवाई हमले में मौत