कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हाल ही में दिवाली के मौके पर अपने बयान में बड़ा बदलाव किया। उन्होंने कहा कि खालिस्तान के समर्थक केवल सिख समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं। उनका यह बयान इस समय सामने आया है, जब कनाडा में खालिस्तान के समर्थक अधिक सक्रिय हो गए हैं। ट्रूडो का यह बयान उनकी पुरानी टिप्पणियों के विपरीत था, जिसमें वह खालिस्तान समर्थकों को सिख समुदाय का हिस्सा मानते थे।
ट्रंप की सत्ता में वापसी से कनाडा की चिंताएँ बढ़ी
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की सत्ता में वापसी से कनाडा की सरकार में हलचल मच गई है। ट्रंप की वापसी के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और उनकी सरकार के उच्च अधिकारियों ने यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए हैं कि अमेरिका के साथ कनाडा के रिश्ते मजबूत रहें। कनाडा का अमेरिका के साथ आर्थिक और राजनीतिक संबंध बहुत महत्वपूर्ण हैं, और ट्रंप की नीतियों के असर से कनाडा की स्थिति पर असर पड़ सकता है।
ट्रंप को बधाई और उसके बाद के बयान
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने डोनाल्ड ट्रंप को अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत के लिए बधाई दी थी। इसके साथ ही उन्होंने कनाडा और अमेरिका के बीच पारंपरिक दोस्ती को मजबूत बनाए रखने की बात कही। हालांकि, ट्रंप के और ट्रूडो के संबंध पहले कभी भी तनावपूर्ण रहे हैं। ट्रंप ने अपनी किताब में ट्रूडो को लेकर कई अफवाहों को तूल दिया था, जिसके कारण दोनों नेताओं के रिश्तों में खटास आई थी।
खालिस्तानियों के समर्थन पर कनाडा में उठे सवाल
ट्रूडो के द्वारा खालिस्तान के समर्थकों को सिर्फ सिख समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं करने की बात करने के बाद यह सवाल उठ रहा है कि क्या यह बयान ट्रंप के प्रभाव में आया है। कनाडा में खालिस्तान के समर्थक लंबे समय से सक्रिय हैं और कई बार यह सवाल उठ चुका है कि क्या कनाडा की सरकार इन समूहों के समर्थन में खड़ी है। ट्रूडो का यह बयान उन सभी सवालों के जवाब के रूप में देखा जा रहा है।
कनाडा और अमेरिका के रिश्ते में बदलाव के संकेत
कनाडा और अमेरिका के रिश्ते पर लगातार नजर रखी जा रही है, खासकर ट्रंप की सत्ता में वापसी के बाद। कनाडा के उपप्रधानमंत्री क्रिस्टिया फ़्रीलैंड ने भी इस चिंता को स्वीकार किया है कि ट्रंप की नीतियां कनाडा को प्रभावित कर सकती हैं, लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कनाडा और अमेरिका के बीच मजबूत संबंध बनाए रखने के लिए वे पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।
भारत और कनाडा के रिश्ते में खटास
भारत और कनाडा के बीच खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर रिश्तों में खटास आई है। कनाडा ने भारत पर निज्जर की हत्या का आरोप लगाया था, जिसे भारत ने सिरे से नकारा था। भारत का कहना था कि इस मामले में कनाडा के पास कोई ठोस सबूत नहीं है और यह आरोप बेबुनियाद हैं।
ट्रंप की वापसी पर कनाडा का रुख
कनाडा के अधिकारियों ने ट्रंप की वापसी के बाद चिंता जताई कि जलवायु परिवर्तन, व्यापार, सुरक्षा और आप्रवासन की नीतियों से कनाडा पर असर पड़ेगा। हालांकि, ट्रूडो और उनकी टीम का कहना है कि कनाडा अमेरिका के साथ मजबूत रिश्तों को बनाए रखने के लिए पूरी तरह से तैयार है।